Corona Virus Protection: इज्जतनगर यांत्रिक कारखाने ने तैयार किया ये कवच, जानें क्या है खासियत Bareilly News
इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना ने कोरोना वायरस से लड़ने वालों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट (पीपीई) तैयार की है।
बरेली, जेएनएन : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए रेलवे हर संभव कोशिश कर रहा है। इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना ने कोरोना वायरस से लड़ने वालों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट (पीपीई) तैयार की है। वैसे तो सबसे पहले उत्तर रेलवे के जगद्धात्री वर्कशॉप में यह पीपीई किट बनकर तैयार की गई थी। जिसके बाद इज्जतनगर कारखाना ने इसे तैयार किया है। कारखाना द्वारा निर्मित किट को रेलवे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने स्वीकृति दे दी है। अब कारखाना 3750 और यांत्रिक विभाग 3750 कुल 7500 पीपीई किट बनाने जा रहा है।
एक दिन में तैयार होगी 100 किट: यांत्रिक कारखाना के प्रबंधक राजेश अवस्थी ने बताया कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए और सावधानी के साथ इस किट को तैयार किया जा रहा है। एक दिन में करीब 100 किट तैयार होंगी। बाजार में यह किट उपलब्ध न होने के कारण रेलवे इसे तैयार कर रहा है।
किट को उतारने में अधिक सावधानी की जरूरत: पीपीई किट पहनने वाले के लिए जितना सुरक्षित है, उतना ही उसे बाहर से छूना खतरनाक होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमित स्थल पर काम करने के दौरान कोरोना वायरस किट के ऊपर चिपक जाते हैं। इसलिए इसे पहनने से अधिक इसे उतारने में सावधानी बरतनी पड़ती है।
डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को सिर से पांव तक संक्रमण से बचाव के लिए इसे पहनना होता है। पीपीई किट में ग्लव्स, मेडिकल मास्क, गाउन, शू कवर और गर्दन तक को ढकने वाली टोपी आदि सामान है। इस किट से संक्रमण न फैले इसलिए उतारते ही इसे सैनिटाइज करके तुरंत नष्ट कर दिया जाता है।
7 आइसोलेट कोच के बाद सैनिटाइजिंग टनल और पीपीई किट को मंडल के यांत्रिक कारखाना और डिपो में तैयार किया गया है। अब दोनों ही जगहों पर कुल 7500 पीपीई किट तैयार की जा रही हैं।
-राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी इज्जतनगर मंडल, बरेली