आइवीआरआइ में जयपुर के हाथियों के सैंपल का इंतजार
बरेली जेएनएन भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में जयपुर के हाथी गांव से हा
बरेली, जेएनएन : भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में जयपुर के हाथी गांव से हाथियों की कोरोना जांच के लिए सैंपल शुक्रवार को नहीं पहुंचे। यहां दिन भर इसे लेकर कवायद चलती रही। जांच से जुड़े डॉक्टरों का कहना है कि सैंपल आएगा तो जांच की जाएगी।
आइवीआरआइ में जानवरों और मनुष्यों दोनों की कोविड-19 जांच के लिए बायोसेफ्टी लेवल (बीएसएल) 3 लैब है। जयपुर के हाथी गांव में 103 हाथियों की कोरोना जांच के सैंपल गुरुवार को लिए गए थे, जिनकी जांच आइवीआरआइ में होगी। इसमें हाथियों के ब्लड, यूरीन, लीद और लार के सैंपल शामिल हैं। देखा जाएगा कि इनमें कोरोना संक्रमण है या नहीं। ऐसा वहां का प्रशासन वार्षिक स्वास्थ्य परीक्षण एवं सतर्कता के चलते करा रहा है। बाघ और शावक के सैंपल की होगी जांच
आइवीआरआइ में जयपुर से शुक्रवार को एक बाघ व शावक का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। सेंटर फॉर वाइल्ड लाइफ के प्रभारी डॉ. अभिजीत पावड़े ने बताया कि जयपुर से पोस्टमार्टम के बाद दोनों के टिशू जांच के लिए आए हैं। इससे कोरोना टेस्ट नहीं होता। सैंपल की टेस्टिग के बाद ही पता चलेगा कि अन्य किस वजह से मौत कैसे हुई। --------------
सीएमएस समेत तीन डॉक्टर सेल्फ क्वारंटाइन
कोरना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार को इज्जतनगर मंडल के बरेली सिटी में यांत्रिक विभाग में कार्यरत महिला के पॉजिटिव आने के बाद उसे मंडल चिकित्सालय में बनाए गए कोविड लेवल-वन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजस्थान से लौटने के बाद महिला ने बरेली सिटी स्थित स्वास्थ्य इकाई में अपना परीक्षण कराया था। अपर मंडल चिकित्सा अधीक्षक बरेली सिटी डॉ. एसएस चौहान ने महिला को जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा। वहां चिकित्सकों ने लक्षण नहीं मिलने पर उसे वापस जाने की सशर्त अनुमति दे दी थी कि वह कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करेगी तथा घर में ही क्वारंटाइन रहेगी। 11 जून को जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद स्वास्थ्य इकाई बरेली को सैनिटाइज कर इसे दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया। जबकि अपर मंडल चिकित्सा अधीक्षक, बरेली सिटी डॉ. चौहान ने स्वयं को आइसोलेट कर लिया है। वहीं उनके संपर्क में आने पर सीएमएस डॉ. अरुण खुन्नू व एसीएमएस डॉ. एए खान ने भी स्वयं को होम क्वारंटाइन कर लिया है। सीएमएस डॉ. अरुण खुन्नू ने बताया कि वह एसीएमएस डॉ. एसएस चौहान के संपर्क में थे। एहतियातन उन्होंने दो दिनों के लिए वर्क फ्रॉम होम शुरू कर दिया है।