बस दो मिनट...ही है ठहराव, ट्रेनों में कैसे चढ़ें-उतरें पार्सल Bareilly News
जंक्शन को पार्सल के जरिए अच्छी खासी आमदनी होती है। लेकिन अब इनकम और इससे मिलने वाले ओहदे पर खतरा मंडराने लगा है।
बरेली, जेएनएन : बरेली जंक्शन... देश के 'ए' कैटेगरी रेलवे स्टेशनों में शुमार है। इसकी वजह है पार्सल और यात्रियों के आवागमन की वजह से जंक्शन पर होने वाली आय। दरअसल, जंक्शन को पार्सल के जरिए अच्छी खासी आमदनी होती है। लेकिन अब इनकम और इससे मिलने वाले ओहदे पर खतरा मंडराने लगा है। वजह, जंक्शन पर अप और डाउन लाइन में रुकने वाली कई ट्रेनों का ठहराव नई समय सारणी में घटाकर दो मिनट कर दिया गया। इससे एक जुलाई के बाद से ट्रेनों में पार्सल लोड या अनलोड होने में काफी दिक्कत आ रही।
सवारियों को भी उतरने में दिक्कत
एक जुलाई से पहले तीन ट्रेनें दस मिनट ठहरती थी। वहीं सात ट्रेन पांच मिनट रुकती थीं। अब महज दो मिनट का ठहराव होने से पार्सल तो छोडि़ए सवारियों को भी चढऩे-उतरने में परेशानी होती है। यहां तक कि लोग नाश्ता लेने या पानी भरने भी नहीं उतरते।
रोजाना आते हैं लाखों कीमत के पार्सल
सद्भावना एक्सप्रेस से दवाई, सब्जी व बर्तन के रोजाना करीब 50 पैकेज आते थे। पतंग, मांझा और बर्तन की बड़े स्तर पर सप्लाई होती। जम्मूतवी-कोलकाता से रक्षा महकमे से जुड़ा सामान। इसके अलावा कई अन्य ट्रेनों में विविध तरीके के पार्सल जंक्शन से चढ़ते-उतरते हैं। ट्रेनों का ठहराव कम होने से अब इसमें परेशानी आ रही।
आधी आमदनी, शिकायत कई गुना
एक जुलाई से पहले रेलवे की आमदनी जहां हर महीने 25 लाख रुपये के करीब थी। वहीं, अब यह 12 लाख के करीब रह गई है। क्योंकि पार्सल अब सड़क परिवहन के जरिए ज्यादा आते-जाते हैं। वहीं, पार्सल नहीं उतर पाने की वजह से शिकायतें कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं।
इन दस ट्रेनों में पार्सल बना परेशानी
पंजाब और हावड़ा की ओर चलने वाली दस ट्रेनों के लिए ठहराव के दो मिनट हुए हैैं। इनमें तीन जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेन हैं।
- गंगा सतलुज 13307-13308 (धनबाद-फिरोजपुर-धनबाद जंक्शन)
- पंजाब मेल 13005-13006 (हावड़ा-अमृतसर-हावड़ा)
- जम्मूतवी एक्सप्रेस 13151-13152 (जम्मूतवी-कोलकाता-जम्मूतवी)
- सद्भावना एक्सप्रेस 12232 (चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस)
- जननायक एक्सप्रेस (15212)
- कुंभ एक्सप्रेस (12369)
- दून एक्सप्रेस (13009)
दस ट्रेनों का जंक्शन पर ठहराव का समय घटाकर महज दो मिनट हुआ है। इससे पार्सल कम हो गए हैं। वहीं, बाहर के पार्सल दो मिनट में उतर नहीं सकते। क्योंकि इसकी अनुमति नहीं है। -एएन झा, मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक, बरेली जंक्शन