बरेली में फर्जी बिलों से कारोबार करने वाली मेंथा ऑयल की 22 फर्मो की जांच शुरू
वाणिज्य कर विभाग की टीम ने एक बार फिर फर्जी बिलों से कारोबार करने वाली 22 फर्मों की जांच की। अधिकारियों ने बरेली और शाहजहांपुर स्थित फर्मों पर छापेमारी की। शाहजहांपुर की दो फर्में बोगस पाई गई हैं। जांच में लाखों की टैक्स चोरी मिलने की संभावना है।
बरेली, जेएनएन : वाणिज्य कर विभाग की टीम ने एक बार फिर फर्जी बिलों से कारोबार करने वाली 22 फर्मों की जांच की। अधिकारियों की टीमों ने बरेली और शाहजहांपुर स्थित फर्मों पर छापेमारी की। इसमें शाहजहांपुर की दो फर्में बोगस पाई गई हैं। जांच में लाखों रुपये की टैक्स चोरी मिलने की संभावना है।
वाणिज्य कर विभाग की टीम ने नौ नवंबर को बरेली और शाहजहांपुर के जलालाबाद में मेंथा ऑयल की 22 फर्मों की जांच की थी। जांच में दो फर्में फर्जी मिली थीं। इन फर्मों से बिल जारी किए जा रहे थे। फिर इसका आइटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) भी लिया जा रहा था। अधिकारियों ने सभी फर्म वालों को बुलाकर उनके दस्तावेज चेक किए। उस आधार पर बड़ा गोलमाल पकड़ा गया। मेंथा कारोबारी आपस में ही बिलों को घुमा रहे थे। इस पर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू (एसआइबी) आरके पांडेय के निर्देशन में अधिकारियों की टीमों ने शनिवार को एक बार फिर बरेली की आठ और शाहजहांपुर की 14 फर्मों पर छापेमारी की। इसमें जलालाबाद की बाबा ट्रेडर्स और राजर्स ट्रेडर्स नाम से फर्म फर्जी पाई गई। मौके पर इन फर्मों का कोई अस्तित्व नहीं मिला। अधिकारियों ने मौके पर स्टॉक नोट कर लिया। इसके साथ ही टीम ने बरेली की दो ट्रांसपोर्ट की भी जांच की। सुपर फास्ट इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट और श्याम फ्रेट ब्रोकर के दस्तावेजों को कब्जे में लिया। टीम में संयुक्त आयुक्त आरके मौर्य, लालजीत यादव, उप आयुक्त मीरा श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त सचिन कुमार आदि शामिल रहे।
शाहजहांपुर की दो फर्मे फर्जी मिलीं
एडिशनल कमिश्नर (एसआइबी) आरके पाण्डेय ने बताया कि बरेली और शाहजहांपुर में मेंथा ऑयल की 22 अन्य फर्मों और बरेली की दो ट्रांसपोर्ट कंपनियों की जांच की गई है। शाहजहांपुर की दो फर्मे फर्जी पाई गई हैं। सभी का स्टॉक नोट कर लिया गया है। कारोबारियों को दस्तावेजों के साथ बुलाया गया है। उन पर करारोपण किया जाएगा।