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लखीमपुर खीरी घटना में फेल हुआ खुफिया तंत्र, खन्नौत पुल पर बैठे किसान, पीलीभीत बार्डर पर तैनात किया फोर्स

Lakhimpur Khiri Incident Protest शाहजहांपुर में लखीमपुर घटना को लेकर प्रशासन का खुफिया तंत्र फेल हो गया। दरअसल लखीमपुर के प्रदर्शन में शाहजहांपुर से भी कई किसान गए थे। वहां अप्रिय घटना के बाद भी खुफिया तंत्र ने कोई ध्यान नहीं दिया।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 07:56 AM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 07:56 AM (IST)
लखीमपुर खीरी घटना में फेल हुआ खुफिया तंत्र, खन्नौत पुल पर बैठे किसान, पीलीभीत बार्डर पर तैनात किया फोर्स
लखीमपुर खीरी घटना में फेल हुआ खुफिया तंत्र, खन्नौत पुल पर बैठे किसान

बरेली, जेएनएन। Lakhimpur Khiri Incident Protest : शाहजहांपुर में लखीमपुर घटना को लेकर प्रशासन का खुफिया तंत्र फेल हो गया। दरअसल लखीमपुर के प्रदर्शन में शाहजहांपुर से भी कई किसान गए थे। वहां अप्रिय घटना के बाद भी खुफिया तंत्र ने कोई ध्यान नहीं दिया, नतीजतन किसानों ने खुटार में लखीमपुर की सीमा पर जाम लगा दिया। वहीं शाहजहांपुर-पीलीभीत बार्डर स्थित खन्नौत नदी के पुल पर भी किसानों ने चक्का जाम कर दिया। लखीमपुर घटना के विरोध में किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सुरक्षा की दृष्टि से बंडा के अलावा पीलीभीत जिले की पुलिस भी बार्डर पर तैनात कर दी गई है।

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भारतीय किसान यूनियन के निवर्तमान जिलाध्यक्ष मंजीत सिंह के नेतृत्व में मकसूदापुर, कुइंया, महौलिया, नटियूरा आदि गांवों के किसान नारेबाजी करते हुए रविवार देर रात करीब नौ बजे शाहजहांपुर-पीलीभीत राज्य राजमार्ग स्थित खन्नौत नदी के पुल पर पहुंच गए। जहां पुल पर ही बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जाम की सूचना मिलने पर बंडा थाने के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा पीलीभीत जिले से भी भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गया। दोनों जिलों की पुलिस किसानों को सड़क से हटाने के लिए मनाने में जुट गई। लेकिन किसानों ने पुलिस से वार्ता करने से साफतौर पर इन्कार कर दिया।

कैंडल जलाकर दी श्रंद्धाजलि

खन्नौत नदी पर धरने पर बैठे किसानों ने लखीमपुर जिले में हुई घटना में मरे किसानों को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा दो मिनट का मौन भी धारण किया।

सड़क पर डाली चारपाई

खुटार में चक्का जाम करने के बाद किसानों ने सड़क पर ही चारपाई डाल ली। वहां से जा रहे तमाम लोग भी किसानों के आंदोलन में शामिल हो गए। किसान नेताओं ने गुरुद्वारे से एनांउस कराकर लोगों से धरने में सहयोग करने की भी अपील की।

गांवों में शुरू हुई पंचायतें

किसान नेताओं ने धरने के बाद रामपुर कला समेत आस-पास के तमाम गांवों में पंचायतें शुरू कर दी। राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय के बाद आगे के आंदोलन को गति देने में सहयोग मांगा। किसानों ने भी भरोसा दिया कि वह हर स्तर पर तैयार है।

डायवर्ट किए गए मार्ग

पूरनपुर की ओर जाने वाले वाहनों को बंडा मार्ग से डायवर्ट कर दिया गया। इसके अलावा पूरनपुर की ओर से आने वाले वाहनों को भी गांवों से निकलवाना पुलिस ने शुरू कर दिया ताकि लोगों को परेशान न होना पड़े।

शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील

उप्र-उत्तराखंड के तराई अध्यक्ष अजीत सिंह ने किसानों के आक्रोश को देख रविवार शाम को एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया। जिसमे वह किसानों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील कर रहे है। साथ ही किसानों की मांगों के लिए हर स्तर पर संघर्ष करने के लिए भी कह रहे है।

जाम में फंसे लोगों को कराया भोजन

खुटार गुद्वारे में शुरू हुए लंगर को किसान नेताओं ने जाम में फंसे लोगों तक भी पहुंचाया। इसके अलावा तमाम राहगीरों को गुरुद्वारे में ले जाकर भोजन कराया।


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