Move to Jagran APP

आओं भरें तालाब : खत्म हो रहे कब्जे, जिंदा हो रहे तालाब Bareilly News

यह तालाब और पोखर अवैध कब्जों के चलते मिटने की कगार पर थे लेकिन प्रशासन के अवैध कब्जा हटाओ अभियान में इन तालाबों को मुक्त कराकर अब इन्हें फिर से इनके स्वरुप में लाया गया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 09:31 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 05:47 PM (IST)
आओं भरें तालाब : खत्म हो रहे कब्जे, जिंदा हो रहे तालाब Bareilly News
आओं भरें तालाब : खत्म हो रहे कब्जे, जिंदा हो रहे तालाब Bareilly News

बरेली, जेएनएन : वक्त के साथ अवैध कब्जों की वजह से खत्म हो रहे तालाब, पोखर, झील अब फिर से जिंदा हो रहे हैं। इसी का परिणाम है कि वर्तमान में जिले में 1305 तालाब फिर से अपने अस्तित्व में आ गए हैं।

loksabha election banner

यह तालाब और पोखर अवैध कब्जों के चलते मिटने की कगार पर थे लेकिन प्रशासन के अवैध कब्जा हटाओ अभियान में इन तालाबों को मुक्त कराकर अब इन्हें फिर से इनके स्वरुप में लाया गया है। यह तालाब और पोखर 50 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में फैले हुए हैं। जिले में अभी भी 169 ऐसे तालाब हैं, जिन पर अवैध कब्जे बने हुए हैं। इसके लिए प्रशासन अभियान चलाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि इन तालाबों को भी बहुत जल्द अवैध कब्जों से मुक्त करा लिया जाएगा।

इसके लिए 2007 से अभियान चलाया जा रहा है। कई जगह पर तालाब पर रास्ता और मकान बना लिए हैं। ऐसे लोगों को धारा 67 के तहत लेखपाल बेदखली का नोटिस देने की कार्रवाई कर रहे हैं। नोटिस के बाद भी अगर कोई हटता है तो उस आगे की कार्रवाई की जाती है। अब तक कई सारी कार्रवाई की जा चुकी है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। इस धारा के तहत ग्राम सभा की संपत्ति को क्षति और दुरुपयोग करने से रोका जाता है।

सफाई के लिए आगे आई विकल्प संस्था 

दैनिक जागरण की मुहिम ‘आओ भरें तालाब’ ने लोगों को दायित्व के प्रति जागरूक किया है। चार साल से तालाब को पुनर्जीवित करने के लिए जुटे ‘विकल्प’ संस्था के पदाधिकारी इसकी बदहाली का समाचार देखकर शुक्रवार को गांव पहुंचे। उन्होंने तालाब में सफाई शुरू की। ताकि, इसमें वर्षा जल संचय हो सके।

दोपहर में संस्था के पदाधिकारी अध्यक्ष राजनारायण गुप्ता के निर्देशन में गांव पहुंचे। अध्यक्ष ने बताया कि वह पिछले चार वर्ष से इस तालाब को सहेज रहे है। गांव वाले भी पूरा सहयोग करते हैं। कई किसान पानी से खेतों की सिंचाई करते है। छह माह पहले सड़क बनी, तो तालाब की कुछ जमीन निकल गई। गर्मियों में यह सूख गया। रोज शाम को वह दो से तीन घंटे श्रमदान कर तालाब की खोदाई कराएंगे। डॉ. सुचित्र डे, पूर्णिमा गुप्ता, नीलम अग्रवाल, आकाश गुप्ता, गोपाल, रूपलाल गंगवार, नत्थू लाल आदि मौजूद रहे।

इतने हटाए गए कब्जे

  • बरेली - 18
  • बहेड़ी - 498
  • आंवला -  16
  • फरीदपुर - 76 
  • नवाबगंज - 664
  • मीरगंज - 33

तालाबों से अवैध कब्जे हटाने के लिए लगातार अभियान जारी है। बड़ी तादाद में तालाबों को कब्जे से मुक्त कराया गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। -मनोज कुमार पांडेय, एडीएम वित्त 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.