कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर ने ऐसा क्या किया कि दर्ज होगा मुकदमा, जानिए क्या पूरा मामला
शहर के रामपुर गार्डन स्थित एक डेंटल क्लीनिक संचालक चिकित्सक संक्रमित होने के बाद भी उपचार कर रहे थे। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूछताछ की तो चिकित्सक ने साफ इन्कार कर दिया।
बरेली, जेएनएन। अस्पताल के हब कहे जाने वाले रामपुर गार्डन में एक दंत चिकित्सक ने मरीजों की जान खतरे में डाल दी। कोरोना संक्रमित होने के बाद भी वह मरीजों का उपचार कर रहा था। खास बात यह है कि पीलीभीत बाईपास के रहने वाले एक मरीज के दातों को तो संक्रमित डॉक्टर ने मुंह में अंगुली डाल कर चेक किया था।
शहर के रामपुर गार्डन में एक दंत चिकित्सक अपना दांतों का अस्पताल चलाते हैं। अस्पताल के बाहर विश्व स्तरीय दांतों का अस्पताल का बोर्ड भी लगा रखा है। चिकित्सक ने कुछ दिन पहले एक निजी अस्पताल में अपनी कोरोना जांच कराई थी। जिसमें वह पॉजिटिव थे। यह जानकारी दंत चिकित्सक और जहां जांच कराई उस अस्पताल के चिकित्सक छिपा गए। इसके दो दिन बाद ही उन्होंने अपना अस्पताल खोल दिया और दांतों के मरीजों को देखने लगे। मरीजों को देखते हुए वह बातों में ही एक मरीज को बता गए कि वह कोरोना संक्रमित हैं। इस पर मरीज चौका तो उन्होंने कहा कि परेशान न हो सब ठीक है। इसके बाद मरीज जैसे ही अस्पताल के बाहर निकला तो उसने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। इस पर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम ने अपनी टीम भेज कर उनकी जांच कराई तो वह पॉजिटिव मिले। इसके चलते उनका अस्पताल सील करा दिया गया है। इसके अलावा कोतवाली पुलिस को एपेडेमिक एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के साथ ही चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मरीज को मिली जानकारी तो कर दी उल्टी
दांत के अस्पताल में इलाज कराने गए मरीज पीलीभीत बाइपास निवासी हैं। उन्हें चिकित्सक ने जब बताया तब कम भरोसा था, लेकिन जब टीम ने दोबारा जांच की तो वह पॉजिटिव मिले। जानकारी के बाद शनिवार को मरीज की हालत बिगड़ गई। वह सुबह से उल्टी, गरारे और तमाम नुस्खे अपना रहे हैं। मरीज ने बताया कि डॉक्टर ने उनके मुंह में उंगली डालकर चेकअप किया था। जिला सर्विलांस अधिकारी ने उन्हें जांच कराने की सलाह दी है।