Indian Railways : रेलवे में अब नहीं चल रहा बहाना, बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियाें से वसूल रहा कैशलेस जुर्माना
Indian Railways रेलवे ने अधिकांश ट्रेनों में आरक्षित टिकट पर ही यात्रा करने की अनुमति दी है। जंक्शन पर वर्तमान में 120 ट्रेनें अप-डाउन का ठहराव है। ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। Indian Railways : रेलवे ने अधिकांश ट्रेनों में आरक्षित टिकट पर ही यात्रा करने की अनुमति दी है। जंक्शन पर वर्तमान में 120 ट्रेनें अप-डाउन का ठहराव है। जबकि 12 ट्रेनें यहां से बनकर चल रही हैं। ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है। ट्रेन में बिना टिकट पकड़े जाने पर रुपये न होने का बहाना करने पर भी वह बच नहीं पा रहे हैं। दरअसल ऐसे लोगों से टीटीई कैशलेस जुर्माना ले रहे हैं। रेलवे की ओर से टीटीई को प्वाइंट आफ सेल्स (पीओएस) मशीन इसी वर्ष में उपलब्ध कराई गई थी। मुरादाबाद रेल मंडल में अभी तक 157 टीटीई को पीओएस मशीन उपलब्ध कराई गई थी।
रेल प्रशासन का डिजिटल भुगतान पर काफी जोर है। बुकिंग काउंटर से रिजर्वेशन टिकट, जनरल टिकट खरीदने पर कैशलेस भुगतान की व्यवस्था है। पार्सल से माल बुक कराने पर भी कैशलेस किराया देने की व्यवस्था है। लेकिन ट्रेनों में चेकिंग के दौरान बिना टिकट पकड़े जाने पर जुर्माना देने, टिकट का विस्तार कराने या बर्थ आवंटित करने के लिए अतिरिक्त किराया देने पर यात्रियों को नकद भुगतान करना पड़ता था।
कई बार यात्रियों के पास जुर्माना देने या किराया देने के लिए नकद रुपये नहीं होते हैं, ऐसी स्थिति में यात्री और चेकिंग करने वाले टीटीई को परेशानी का सामना करना पड़ता था। जुर्माना या किराया लेने पर टीटीई की ओर से मैनुअल सिस्टम से रसीद बनाकर यात्रियों को दी जाती है। इसे देखते हुए रेल प्रशासन कैशलेस जुर्माना देने की व्यवस्था करते हुए सभी टीटीई को प्वाइंट आफ सेल्स (पीओएस) मशीन उपलब्ध कराई गई।
जिसके परिणाम स्वरूप जून माह में चेकिंग के दौरान बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए 1560 पुलिस कर्मियों से 7,85,000 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। जिसमें 95,000 रुपये कैशलेस जुर्माना लिया गया। जबकि जुलाई माह में 2015 बिना टिकट यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों से कुल 9,75,000 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। जिसमें 565 पुलिसकर्मियों ने 2,78,675 रुपये जुर्माना पीओएस मशीन से वसूला गया।