Indian Railways : 17 नवंबर काे बरेली से जाएगी भारत दर्शन स्पेशल ट्रेन
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) 16 नवंबर से 22 नवंबर तक भारत दर्शन स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन चला रही है। यह ट्रेन छपरा से चल कर हरिद्वार होते हुए माता वैष्णो देवी धाम कटरा जाएगी। आइआरसीटीसी ने इसका किराया 6615 रुपये प्रति यात्री तय किया है।
बरेली, जेएनएन। : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) 16 नवंबर से 22 नवंबर तक भारत दर्शन स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन चला रही है। यह ट्रेन छपरा से चल कर हरिद्वार होते हुए माता वैष्णो देवी धाम कटरा जाएगी। आइआरसीटीसी ने इसका किराया 6615 रुपये प्रति यात्री तय किया है। इसमें नाश्ता, दोपहर का भोजन व रात के खाने की व्यवस्था है। स्लीपर कोच की इस ट्रेन में यात्रियों को नान एसी स्लीपर क्लास में यात्रा, नान एसी होटल में ठहरने की व्यवस्था, सभी ट्रांसपोर्ट जुड़े हैं। यह ट्रेन छपरा से 16 नवंबर को चलकर 17 नवंबर को बरेली जंक्शन भोर में पहुंचेगी।
जहां यात्रियों को चढ़ने की व्यवस्था की गई है। चार रात व पांच दिन के इस टूर में यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश व श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन के लिए प्रस्थान करेगी। इस ट्रेन के द्वारा हरिद्वार के सभी प्रमुख स्थल तथा माता वैष्णो देवी के दर्शन हो सकेंगे। ट्रेन में सफर के लिए बुकिंग आइआरसीटीसी की वेबसाइट से हो सकेगी। ट्रेन वापस 20 नवंबर की दोपहर को बरेली पहुंचेगी।
लावारिस मिले बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंपा
बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर शनिवार सुबह एक डेढ़ वर्षीय बच्चा लावारिस मिला। जीआरपी प्रभारी निरीक्षक अमीराम सिंह ने बताया कि करीबन डेढ़ साल का बच्चा प्लेटफार्म की बेंच पर लेटा हुआ था। बच्चा चलने-फिरने में भी असमर्थ है। ऐसे में कोई छोड़कर जाना माना जा रहा है। बच्चे को रेलवे चाइल्ड लाइन के सदस्यों द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चे के शरीर पर चोट के निशान हैं।
बच्चे को रेलवे चाइल्ड लाइन की निगरानी में रखा गया। जिस पर चाइल्ड लाइन की टीम बच्ची की हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती किया गया। जांच में बच्चा गंभीर मानसिक बीमारी से ग्रसित मिला। च्चे की हाथ पर एक चोट जैसा निशान है लेकिन बाद में स्टाफ ने चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य को बताया कि यह बोतल चढ़ाने से पहले लगाई जाने वाली कैथ का निशान है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे का पहले भी इलाज कही कराया गया।