Indian Railway : कोरोना संक्रमण ने यूटीएस एप पर बढ़ाया यात्रियों का भार, ऑनलाइन बुक हो रहे साधारण टिकट, जानिए कैसे
Indian Railway कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में ऑनलाइन टिकटिंग को एक बार फिर से बढ़ा है। लोगों ने ऑनलाइन आरक्षण कराने के साथ ही ऑनलाइन अनारक्षित टिकट भी यूटीएस एप के माध्यम से कराना शुरू कर दिया है।
बरेली, अंकित शुक्ला। Indian Railway :कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में ऑनलाइन टिकटिंग को एक बार फिर से बढ़ा है। लोगों ने ऑनलाइन आरक्षण कराने के साथ ही ऑनलाइन अनारक्षित टिकट भी यूटीएस एप के माध्यम से कराना शुरू कर दिया है। संक्रमण को लेकर लोग जागरूक हुए तो खिड़की से बिकने वाली टिकटों की हिस्सेदारी घटकर आधी रह गई जबकि यूटीएस एप से टिकटों की बुकिंग दोगुनी हो गई है।
रेलवे में आरक्षित टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग तो चलन में आ गई थी लेकिन अनारक्षित टिकट खरीदने के लिए काउंटर को ही लोग प्राथमिकता देते थे। इसके चलते काउंटर पर लंबी लाइन लगती थी। कई बार तो लाइन लंबी होने के चलते ट्रेन तक छूट जाती थी। लोगों की सहूलियत के लिए रेलवे ने यूटीएस एप लांच किया लेकिन इसको लेकर लोगों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।
यही वजह है कि कोरोना काल से पहले तक जनरल टिकटों में 70 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी काउंटर टिकट की और 30 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी यूटीएस एप की थी। लेकिन लॉकडाउन के बाद जब दोबारा अनारक्षित एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू हुई तो काउंटर टिकटों की हिस्सेदारी 45 फीसदी से भी कम रह गई है। वहीं करीब 55 फीसदी टिकट मोबाइल के जरिए यूटीएस एप से बुक हो रहे हैं। जिससे विंडो पर यात्रियों की संख्या कम होती जा रही है।
नहीं लगानी पड़ रही लाइन
यूटीएस एप के जरिए बहुत ही आसानी से जनरल टिकट बुक हो जाता है। विंडो की तरह न तो फुटकर पैसे की देने की दिक्कत और न ही लाइन में लगने का इंतजार। बस एक क्लिक और मनचाहे स्टेशन तक की बुकिंग घर बैठे की जा सकती है।
एक पीएनआर पर बुक हो सकती है अधिकतम चार टिकट
यूटीएस एप के जरिए रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर के दायरे में टिकट बुक कि जा सकती है। इसमें भी यात्रियों को पीएनआर नंबर मिलता है। एक पीएनआर नंबर में अधिकतम चार टिकट बुक किए जा सकते हैं। इसमें टिकट का भुगतान भी ऑनलाइन किया जा सकता है।
सफर के दौरान नहीं कर सकते टिकट बुक
रेलवे लाइन से कम से कम 20 मीटर दूर रहते हुए अनारक्षित टिकट बुक कि जा सकती है। बिना टिकट कोई यात्रा न करें और टीटीई को देखते ही टिकट बुक करना चाहे तो यह संभव नहीं होगा। क्योंकि इस एप का दुरुपयोग न किया जा सके इसके लिए रेलवे ने जियो फेसिंग की व्यवस्था की है।
इस तरह कर सकते हैं टिकट बुकिंग
गूगल प्लेस्टोर में यूटीएस एप को डाउनलोड करने के बाद अपना नाम, मोबाइल नंबर, आइडी कार्ड नंबर दर्ज करना होता है। रजिस्ट्रेशन होने के बाद एक ओटीपी पहुंचती है। जिस डालकर साइन अप किया जाता है। जिसके बाद आइडी और पासवर्ड रजिस्टर्ज मोबाइल नंबर पर पहुंचता है। इसके बाद यूटीएस लॉगइन कर टिकट बुक कि जा सकती है।
कोरोना संक्रमण के बाद से यूटीएस एप की ओर लोगों का रुझान बढ़ा है। लोग इस एप के जरिए साधारण टिकट बुक कर रहे हैं। - राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी इज्जतनगर मंडल