Indian Army News : बरेली में सेना रख रही रिटायर्ड सैनिकों का ध्यान, काॅॅल करके पूछ रही जरूरत
Indian Army News कोरोना संक्रमण के दौर में सेना अपने जवानों की ही चिंता नहीं कर रही बल्कि पूर्व सैनिकों का भी ध्यान रख रही है। जिले में पूर्व सैनिकों के पास उनकी बटालियन से फोन या मैसेज के जरिए हालचाल लिया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। Indian Army News : कोरोना संक्रमण के दौर में सेना अपने जवानों की ही चिंता नहीं कर रही, बल्कि पूर्व सैनिकों का भी ध्यान रख रही है। जिले में पूर्व सैनिकों के पास उनकी बटालियन से फोन या मैसेज के जरिए हालचाल लिया जा रहा है। सेना ने हाल में अपने सभी यूनिट कमांडर्स को पूर्व सैनिकों का हाल जानने के निर्देश दिए थे।
जिले में उत्तर भारत एरिया का सैन्य मुख्यालय होने के साथ जाट रेजीमेंट सेंटर, गरुड़ डिवीजन जैसी महत्वपूर्ण डिवीजन भी है। यहां 45 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिक रहते हैं। मुख्यालय से आदेश के बाद सभी जगह से जिले में पूर्व सैनिकों से संपर्क किया जा रहा है। यहां कई पूर्व सैनिकों के पास बटालियन के वाट्सएप या मैसेज आ रहे हैं। तो कहीं-कहीं काल कर भी पूर्व सैनिक व स्जवन की जानकारी ली जा रही। इसमें कोविड संबंधी दिक्कत या कोविड के इतर किसी जरूरत के बारे में सेना अपने पूर्व सैनिक से पूछ रही है।
आक्सीजन जरूरत पर भी रख रही नजर
सैन्य स्तर से वयोवृद्ध पूर्व सैनिकों व अन्य मरीज साथियों के लिए जरूरी दवा और आक्सीजन लेवल आदि की भी जानकारी ली जा रही है। बताया जाता है कि आक्सीजन की जरूरत पर तत्काल रेस्पांस करने के आदेश हैं। इसके अलावा जरूरी इंजेक्शन आदि पर भी नजर रखी जा रही है।
अभी तक कोई कॉल तो नहीं आई। हां, तबीयत की जानकारी लेने के लिए मैसेज जरूर पहुंचा था। सेना का यह प्रयास बेहतर है। हालांकि हम पूर्व सैनिक अब भी मदद पाने नहीं बल्कि सेवा करने का जज्बा रखते हैं। - राकेश विद्यार्थी, पूर्व सैनिक
पूर्व सैनिकों का कुशल क्षेम जानने का प्रयास सराहनीय है। इससे पूर्व सैनिकों और उनके स्वजन का मनोबल ऊंचा रहता है। कोविड संक्रमण जैसे दौर में जवान भी अपनी रक्षा और सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें। - एसएस राठौर, रिटायर्ड कर्नल