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Viral Video : इस सरकारी स्कूल में होता है पहले मंत्र फिर बच्चे करते भोजन Pilibhit News

सोशल मीडिया पर पिछले दिनों वायरल हुआ वीडियो तो सभी ने देखा होगा। मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल के इस वीडियो ने मिड डे मील योजना के स्याह सच को सबके सामने ला दिया।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 02:39 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 08:57 PM (IST)
Viral Video : इस सरकारी स्कूल में होता है पहले मंत्र फिर बच्चे करते भोजन Pilibhit News
Viral Video : इस सरकारी स्कूल में होता है पहले मंत्र फिर बच्चे करते भोजन Pilibhit News

पीलीभीत [प्रसून रानू] : नमक-रोटी खाते बच्चे। सोशल मीडिया पर पिछले दिनों वायरल हुआ वीडियो तो सभी ने देखा होगा। मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल के इस वीडियो ने मिड डे मील योजना के स्याह सच को सबके सामने ला दिया।

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जिले में भी तमाम परिषदीय विद्यालयों में मिड डे मील में गड़बड़ी और लापरवाही की शिकायतें मिलती रही हैं। ऐसे स्कूलों के नजीर है शहर से सटे गांव बरहा का प्राथमिक विद्यालय।

विद्यालय में बच्चों को न सिर्फ स्वच्छता का महत्व पता है, बल्कि उनकी आदत में भी शुमार है। तभी तो भोजन से पहले सभी बच्चे अच्छे से हाथ धोते हैं। पूरी तरह स्वच्छ वातावरण में उन्हें खाना खिलाया जा रहा है। खास बात, भोजन से पहले सभी बच्चे समवेत स्वर में भोजन मंत्र पढ़ते हैं। छोटे बच्चों की सुविधा को देखते हुए उन्हें खाने की टेबिल उपलब्ध कराई जाती है।

गुरुकुल जैसा लगता है माहौल

हाथ धोने के बाद सभी बच्चे समवेत स्वर में भोजन मंत्र पढ़ते हैं। ऐसे में स्कूल का माहौल गुरुकुल जैसा लगने लगता है। रसोई में तैयार किए जा रहे भोजन के पास में सफाई व्यवस्था चौकस रहती। मेन्यू के अनुसार भोजन मिलता है।

इस मंत्र का करते उच्चारण
ऊं सह नाववतु, सह नौ भुनत्कु, सह वीर्यं करवाव है,
तेजस्विनावधीतमस्तु मा विदविषाव है
ऊं शांति: शांति: शांति:

अर्थात हे प्रभु हमें एक दूसरे की रक्षा करने का सामथ्र्य दीजिए। हम परस्पर मिलकर अपने धर्म, भाषा व संस्कृति की रक्षा कर सकें, हम किसी भी शत्रु से कभी न डरें, हमारी शिक्षा हमें एकता के सूत्र में बांधे, बुराइयों से मुक्त करें, हम एक दूसरे पर विश्वास रखें।

यूं ही नहीं मिला मॉडल स्कूल का रुतबा

बरहा गांव में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय एक ही परिसर में संचालित होते हैं। दोनों को ही मॉडल स्कूल का रुतबा यूं ही हासिल नहीं है। पढ़ाई से लेकर मध्याह्न भोजन तक वातावरण एकदम स्वच्छ। अध्यापक भोजन का समय होते ही सबसे पहले अपनी देखरेख में बच्चों के हाथ धुलवाते हैं। बच्चों को हाथ कैसे धोना पड़ता है, यह बताने की जरूरत नहीं पड़ती। हाथ धोने का तरीका उन्हें पहले ही सिखाया जा चुका है।

घंटी बजते ही लाइन में निकलकर पहुंच जाते टंकी पर

साढ़े दस बजे जैसे ही विद्यालय में मध्यावकाश की घंटी बजी। सारे बच्चे अपनी अपनी कक्षाओं से लाइन में निकलते हैं और टंकी ओर पहुंच जाते। वहां एक-एक कर बच्चों ने हाथों को अच्छी तरह से धुला। उसके बाद सभी बच्चे भोजन करने को बैठ गए। सभी की थालियों में भोजन को परोसा गया। उसके बाद सारे बच्चे भोजन मंत्र पूरा करके ही भोजन शुरू करते हैं।

बच्चों की उपस्थिति भी बढ़िया

विद्यालय की प्रधानाचार्य गीता कुमारी ने बताया कि उनके विद्यालय में कुल 388 विद्यार्थी पंजीकृत है। जिनमें से शनिवार को 280 बच्चे उपस्थित थे। वहीं, बरहा स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में भी व्यवस्थाएं सही मिली। प्रधानाध्यापिका ममता गंगवार ने बताया कि उनके विद्यालय में कुल 284 बच्चे पंजीकृत हैं। जिनमें से 186 बच्चे उपस्थित थे। यहां भी भोजन स्थल पर स्वच्छता का वातावरण रहा।


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