शाहजहांपुर में छेड़छाड़ का विरोध करने पर बवाल, एक काे मारी गोली, दूसरे को पीटकर मार डाला Shahjahanpur News
यूपी पुलिस की लापरवाही ने शाहजहांपुर में सोमवार को बड़ा बवाल करा दिया। दलित किशोरी से छेड़छाड़ के बाद कार्रवाई न करने पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए जिसमें दो की मौत हो गई।
शाहजहांपुर, जेएनएन। महीना भर पहले अनुसूचित जाति की किशोरी से हुई छेड़छाड़ की घटना में पुलिस की लापरवाही ने बड़ा बवाल करा दिया। कार्रवाई न होने से दोनों पक्षों में रंजिश इस हद तक बढ़ गई कि समझौता न करने पर आरोपित पक्ष ने रेलवे साइङ्क्षडग के पास ड्यूटी जा रहे किशोरी के चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं, बदला लेने के लिए किशोरी पक्ष के लोगों ने आरोपित के भाई को लाठियों से पीट-पीट कर मार डाला। आरोपित पक्ष के घरों में तोडफ़ोड़ की, महिलाओं को पीटा। पुलिस ने दोनों पक्षों से 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। लापरवाही बरतने पर दो एसआइ समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच एएसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी को सौंप दी गई है। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दिया गया है।
रोजा क्षेत्र निवासी नाबालिग किशोरी से करीब एक माह पहले गांव में ही रहने वाले संतोष के बेटे कमल किशोर ने घर में घुसकर छेड़छाड़ की थी। किशोरी के परिजनों ने तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। वहीं, आरोपित पक्ष लगातार समझौते के लिए दबाव बना रहा था, जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव चल रहा था। दो दिन पहले भी गांव में विवाद हुआ था। जिसमें किशोरी के चचेरे भाई का हाथ टूट गया था। तब पुलिस ने काफी दबाव के बाद संतोष पक्ष के रमेश, विनोद ङ्क्षसह व रामनिवास के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। बाद में किशोरी पक्ष ने संतोष के बड़े भाई मायाप्रकाश व अन्य से मारपीट की थी, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस पर दोनों पक्षों में रंजिश बढ़ गई। सोमवार सुबह किशोरी के दो चचेरे भाई बाइक से हथौड़ा स्थित फैक्ट्री में ड्यूटी जा रहे थे।
संतोष दिल्ली-लखनऊ हाईवे स्थित पर रेलवे साइङ्क्षडग के पास अपनी दुकान पर बैठा था। वहां उसके बीच कहासुनी हुई। आरोप है कि इस दौरान संतोष ने तमंचे से गोली चला दी, जिससे किशोरी के एक चचेरे भाई की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे भाई ने गांव में घटना की सूचना दी, जिस पर किशोरी पक्ष के लोग वहां पहुंच गए। भीड़ देख संतोष मौके से भाग गया, लेकिन रेलवे साइङ्क्षडग पर काम कर रहा उसके बड़े भाई मायाप्रकाश को उन लोगों ने पकड़ लिया। उसको लाठी-डंडों से पीट अधमरा कर दिया। कुछ देर बाद ही पुलिस फोर्स पहुंच गया और मायाप्रकाश को अस्पताल भिजवाया, जहां उसकी भी मौत हो गई।
एसपी ने स्वीकारी पुलिस की चूक
एसपी डॉ. एस चिनप्पा ने घटनास्थल व गांव का मुआयना किया। डबल मर्डर के बाद एसपी ने पुलिस की चूक स्वीकारते हुए रोजा थाने में तैनात एसआइ ओमपाल ङ्क्षसह, हिमांशु शुक्ला, हेड कांस्टेबल सुकेंद्र पाल व योगेश कुमार को निलंबित कर दिया है।
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