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प्रभारी मंत्री का दौरा : न मिली एनओसी और न ही मिला नहरों को पानी, जवाब खोजने में जुटे अफसर Bareilly News

पिछली बार मंत्री कह गए थे कि लालफाटक के लिए सेना और चौपुला ओवरब्रिज को पुलिस से अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) जल्द जारी कराएं। ऐसा हुआ नहीं।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 08:40 AM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 08:40 AM (IST)
प्रभारी मंत्री का दौरा : न मिली एनओसी और न ही मिला नहरों को पानी, जवाब खोजने में जुटे अफसर Bareilly News
प्रभारी मंत्री का दौरा : न मिली एनओसी और न ही मिला नहरों को पानी, जवाब खोजने में जुटे अफसर Bareilly News

जेएनएन, बरेली : जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा सवा माह बाद एक फिर अफसरों से रूबरू होंगे। पिछली बार जब आए थे तो कमियां कई मिली थीं मगर बतौर प्रभारी जिले का पहला दौरा था इसलिए सुधार की हिदायत देकर चले गए थे। वह शहर से गए और अफसर उन मुद्दों से मुंह फेरकर चलते बने। पिछली बार मंत्री कह गए थे कि लालफाटक के लिए सेना और चौपुला ओवरब्रिज को पुलिस से अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) जल्द जारी कराएं। ऐसा हुआ नहीं। जो गड्ढे थे वह भरने के बजाय और गहरे हो गए। हां, ग्रांट की बंदरबांट पर कार्रवाई जरूर हुई है।

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जांच लापता, रिपोर्ट का इंतजार

तब समीक्षा बैठक में मीरगंज विधायक डॉ. डीसी वर्मा ने शिकायत की थी कि वन विभाग बबूल के बीज बोकर कागजों पर लक्ष्य को पूरा दिखा देता है। इस पर मंत्री ने कमेटी बनाकर मामले की जांच के निर्देश दिए थे। न तो जांच हो पाई और न ही रिपोर्ट आई। अधिकारी कह रहे हैं कि जीवित पौधों की रिपोर्ट विभागों ने दी नहीं है। जांच के लिए किसी तीसरी एजेंसी का इंतजार किया जा रहा है।

कौन बताए कि कैसे पहुंचेगा पानी

बैठक में ही फरीदपुर विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल ने नहरों में टेल तक पानी न पहुंचने की शिकायत की थी। कहा था कि अधिकारी सफाई की बात कहते हैं लेकिन पानी टेल तक नहीं पहुंचता है। मंत्री ने इसकी जांच करने के निर्देश दिए थे अभी पानी नहरों तक नहीं पहुंचा। नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने भी जब दौरा किया था। उस वक्त भी यह गांव वालों ने शिकायत की थी।

अस्पतालों पर हुई कार्रवाई

प्रभारी मंत्री से आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद अस्पतालों के इलाज न करने की शिकायत हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने ऐसे कई अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। शहर के रहने वाले मतलूब हुसैन की मौत इसलिए हो गई थी क्योंकि अस्पतालों ने कार्ड होने के बावजूद उनका इलाज नहीं किया था। जिला अस्पताल में सफाई का हाल वैसा ही है, जैसा प्रभारी मंत्री देख गए थे।

दो पुल फंसे, एक पर जगी उम्मीद

प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पिछली बार दौरे के दौरान जब अफसरों के साथ बैठक की तो सभी बड़े प्रोजेक्ट की प्रगति जानी थी। निर्माणधीन पुलों काम तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए थे। चौपुला पुल के लिए न तो पुलिस की एनओसी मिल पाई और न ही लाल फाटक में सेना की एनओसी अब तक मिली है। यहां काम भी धीमी रफ्तार से चल रहा है। आइवीआरआइ पुल को लेकर रेलवे के हामी भरने के बाद जरूर उम्मीद जगी है। दिसंबर तक पूरा कर लेने का आश्वासन दिया जा रहा है।

नहीं सुधरी सड़कों की हालत

बैठक में खराब सड़कों का मामला भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल मौर्य ने उठाया था। मंत्री ने इस पर अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इतना सब कुछ होने के बाद भी सड़कों की हालत नहीं सुधरी। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की हालत बहुत ही खस्ता है।

इनमें हुई कार्रवाई

पिछली बार की बैठक में स्कूलों में कंपोजिट ग्रांट और खेल के सामान के पैसे के बंदरबांट की शिकायत की गई थी। इस मामले में जब सीडीओ ने जांच करवाई तो पता चला कि स्कूलों पैसा का फर्जीवाड़ा किया गया है। इस पर खंड विकास अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।

चौपुला पुल की एनओसी के लिए पुलिस ने मुख्यालय को पत्र भेजा है। इसके साथ नकटिया में सभी मामलों को हल करके 15 दिन में काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

-नितीश कुमार, डीएम


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