बरेली में सपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने पूर्व जिलाध्यक्ष व बिथरी चैनपुर प्रत्याशी के लिए बोले अपशब्द, वायरल हुआ वीडियो
वायरल वीडियो में चलती कार में नए जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप फोन पर किसी से अगम मौर्य को बुलाने की बात कह रहे हैं। बात पूरी होने के बाद वह धीरे से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कुछ ही देर में यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया।
बरेली, जेएनएन। दर्जनों मुकदमे दर्ज होने के बावजूद समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बने शिवचरन कश्यप का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। सपा जिलाध्यक्ष का पूर्व जिलाध्यक्ष व बिथरी चैनपुर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी अगम मौर्य के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद से पदाधिकारियों में नाराजगी है।
वायरल वीडियो में चलती कार में नए जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप फोन पर किसी से अगम मौर्य को बुलाने की बात कह रहे हैं। बात पूरी होने के बाद वह धीरे से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कुछ ही देर में यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया। हालांकि, निवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने अभद्र भाषा के इस्तेमाल के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं कहा है। वैसे सपा जिलाध्यक्ष का विवादों से पुराना नाता रहा है। बसपा सरकार के दौरान उनके घर से चोरी की कार बरामद हुई थी। इस मामले में उनके पिता व रिश्तेदारों को जेल भेजा गया था।
दलित की जमीन का कराया था बैनामा: शिवचरन कश्यप ने 17 सितंबर 2017 को कांधरपुर के अनुसूचित जाति के सूरजपाल से पत्नी भारती के नाम 172.80 वर्ग मी भूमि का बैनामा कराया था। जमीन खरीदने के लिए डीएम से अनुमति नहीं ली गई थी।मामले में एसडीएम कोर्ट ने जमीन का बैनामा निरस्त कर दिया। जमीन को सरकारी घोषित करने के निर्देश दिए थे।
पोलिंग पार्टी पर हमले का भी आरोप: बीते वर्ष हुए पंचायत चुनाव में शिवचरन कश्यप पर पोलिंग पार्टी पर हमला करने का आरोप लगा था। पीठासीन अधिकारी आशीष वर्मा ने शिवचरन कश्यप, प्रधान पद के प्रत्याशी विशाल, उसके भाई दीपक, पिता श्याम सुंदर, अतुल, अनुराग और बालकराम को नामजद करते हुए 70 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। शिवचरन की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
सपाइयों में भी नाराजगी: सपा के जिला संगठन में अब तक शिवचरन कश्यप जिला उपाध्यक्ष के पद पर थे। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया है। शिवचरण कश्यप के जिलाध्यक्ष बनने के बाद सपा के एक पक्ष में बेहद नाराजगी है। वहीं, यादव बिरादरी को जिलाध्यक्ष नहीं बनाए जाने पर भी नाराजगी है। हालांकि एक पक्ष यह मान रहा है कि इससे पार्टी को कश्यप समेत अन्य बिरादरी का वोट मिलेगा।