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Immunity Booster News : नवरात्र में सामान्य भोजन की अपेक्षा दिन में छह बार फलाहार और दूध करेगा इम्युनिटी मजबूत, कोरोना संक्रमण से रखेगा दूर

Immunity Booster News नवरात्र 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं कोरोना संक्रमण भी बढ़ता जा रहा।ऐसे में यदि उपवास भी रखने हों तो खानपान का संतुलन आपके शरीर को कमजोर होने से बचा सकता है। नियमित अंतराल पर फल और दूध का लेने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 07:13 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 07:13 AM (IST)
Immunity Booster News : नवरात्र में सामान्य भोजन की अपेक्षा दिन में छह बार फलाहार और दूध करेगा इम्युनिटी मजबूत, कोरोना संक्रमण से रखेगा दूर
उपवास में भूखे पेट रहने के बजाय नियमित अंतराल पर करते रहें फलाहार।

बरेली, जेएनएन। Immunity Booster News : नवरात्र 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं, कोरोना संक्रमण भी बढ़ता जा रहा। ऐसे में यदि उपवास भी रखने हों तो खानपान का संतुलन आपके शरीर को कमजोर होने से बचा सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि नियमित अंतराल पर फल और दूध का सेवन किया जाए तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी। इन नौ दिन सुबह-शाम पूजा करनी होती है इसलिए लोगों का बाहर घूमना-फिरना कम होता है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यह भी कारगर है।

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नवरात्र में इस बार मंदिरों में सामूहिक पूजा के लिए पहले ही मना किया जा चुका है। मॉडल टाउन स्थित श्री सनातन धर्म के मुख्य पुजारी पंडित राम नरेश मिश्र कहते हैं कि उपवास का अर्थ भूखे रहना नहीं होता है। इसका सही तात्पर्य है कि आत्मसंयमित रहें। बाहर का खाना-पान न करें। घर में रहकर फलाहार या कूटू का आटा का सेवन करें। चिकित्सक भी कहते हैं कि कोरोना से बचने के लिए बेवजह बाहर न जाएं, आहार में फलों की मात्रा बढ़ाएं ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।

ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा बताते हैं कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पाबंदी लगाने का मकसद है कि हम अन्य लोगों के संपर्क में आएं। नवरात्र में जो साधक उपवास रखते हैं, वे घर में कलश (घट) स्थापना करते हैं। घर में रहकर ही पूजन करना होता है। ऐसे में वे अन्य लोगों के संपर्क में आने से बच सकेंगे।

लंबे समय तक भूखे न रहें, कुछ न कुछ खाते जरूर रहें

श्री राममूर्ति मेडिकल कालेज की डाइटीशियन कहती हैं कि लंबे समय तक भूखे न रहें। कुछ न कुछ खाते जरूर रहें। आम दिनों के सामान्य भोजन की अपेक्षा अधिकतम फलों का आहार ज्यादा फायदेमंद है। फल एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जोकि हमारी इम्युनिटी को मजबूत करते हैं। जिला अस्पताल की डाइटीशियन रोजी कहती हैं कि फलों से बढिय़ा कोई आहार नहीं। बस, यह पर्र्याप्त मात्रा में हमारे शरीर में जाते रहें।

बरतें ये एहतियात

- सुबह से शाम तक करीब छह बार फलाहार करें। इनके साथ दूध भी लें।

-ज्यादा देर खाली पेट न रहें।

- मधुमेह के मरीज हैं तो सेब, संतरा, पपीता, अमरूद जैसे फल ज्यादा खाएं।

आध्यात्मिक गुरु और विशेषज्ञों के अनुसार नवरात्र की दिनचर्या में समानता

- नवरात्र के नौ दिन संयमित रहें, घर पर रहें। सुबह-शाम आरती जरूरी है इसलिए शहर से बाहर न जाएं।

- सीएमओ डा एके गर्ग कहते हैं कि संक्रमण से बचने के लिए बेवजह दूसरे शहरों में घूमने न जाएं।

- नौ दिन उपवास में फल व कुटू का आटा ले सकते हैं।

-डाइटीशियन रोजी कहती हैं कि फल हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं।

-उपवास के दिनों में संतरा, मौसमी, सेब, अंगूर पर्याप्त मिलते हैं। इनका सेवन कर सकते हैं।

-फिजीशियन डा बागीश वैश्य कहते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संतरा, मौसमी मददगार है।

- तले-भुने से परहेज होता है। चीनी के बजाय शहद का इस्तेमाल अधिक।

- डा बागीश वैश्य कहते हैं कि तला-भुना खाद्य हमारा पाचन कमजोर करता है, इसलिए सामान्य दिनों में भी न करें।

- नवरात्र में प्रयोग की जाने वाली हवन सामग्री में नीम की पत्तियां, गिलोय, कपूर डालें।

- आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि नीम और गिलोय वातावरण को शुद्ध करने में कारगर है।

रात में भारी खाद्य पदार्थ न लें

जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. वागीश वैश्य ने बताया कि फलों के जरिये विटामिन की कमी पूरी की जा सकती है। थोड़ी-थोड़ी देर पर दूध व फलाहार भोजन से अधिक कारगर है। दिन में फलाहार के बाद रात्रि में भारी खाद्य न लें। श्वेत रक्त कोशिका बढ़ाने वाले खट्टे और रसीले फल जैसे अनानास, संतरा, किवी, पपीता का अधिक सेवन करें।

इनका सेवन भी देगा ताकत

तुलसी : रोजाना सुबह एक चम्मच तुलसी लेने से आपका इम्यूनिटी बेहतर होती है।

हरी सब्जियां : हरी सब्जी का सूप या सलाद लें।

सूखा मेवा : उपवास में अखरोट, बादाम, खजूर, पिस्ता और किशमिश खा सकते हैं। इसमें विटामिन ई पाया जाता है जो बैक्टीरिया से लडऩे में मदद करता है।

मखाना : इसमें जीरो कैलोरी होती है।

सिंघाड़ा आटा : आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि इसमें विटमिन ए, बी और सी भरपूर मात्रा में होता है।

(उक्त सुझाव फिजीशियन व डाइटीशियन ने दिए हैं। उनसे विमर्श के बाद ही सेवन करना उचित है।)

कोरोना काल में शरीर का रखें ध्यान

नवरात्र में साधना करना चाहिए, मगर इससे पहले शरीर का भी ध्यान रखें। चिकित्सक बताते हैं कि यदि बीमारियां हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो चिकित्सक के बताए अनुसार खानपान करें। उपवास से बचने को कहा जाए तो उनकी सलाह का पालन करें। कमजोर शरीर पर कोरोना वायरस का असर जल्दी पड़ सकता है। हरि मंदिर के पुजारी सुनील कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भीड़ से दूरी और फलों का अधिक उपयोग बताया जाता है। नवरात्र में साधकों की दिनचर्या इसी अनुसार हो जाती है।ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि नौ दिन व्रत रखने वाले साधक स्वयं घर पर कलश (घट) स्थापना करते हैं व दीप प्रज्जवलित करते हैं। उन्हें घर में रहना होता है। ऐसा करेंगे तो दूसरों के संपर्क, संक्रमण से बचाव हो सकेगा।


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