Lockdown-2 Politics : अमित शाह के इस फैसले के बाद आइएमए ने रोका विरोध प्रदर्शन Bareilly News
गृहमंत्री अमित शाह वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आइएमए के वरिष्ठ पदाधिकारियों से रूबरू हुए और शीघ्र कानून अमल में लाने का आश्वासन दिया।
बरेली, जेएनएन : बरेली के फरीदपुर और सूफीटोला में एएनएम अराजक तत्वों का शिकार बनी थीं। निजी डॉक्टरों से भी झड़प के कुछ मामले सामने आए। वहीं, देश में अलग-अलग जगह डॉक्टरों और मेडिकल टीम पर हमले हुए। इसके विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने 22 और 23 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। इससे पूर्व बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आइएमए के वरिष्ठ पदाधिकारियों से रूबरू हुए और शीघ्र कानून अमल में लाने का आश्वासन दिया।इस पर डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन स्थगित कर खुशी जताई।
आइएमए भवन में अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार और सचिव डॉ. राजीव गोयल ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में आइएमए के शीर्ष पदाधिकारियों ने डॉक्टरों और मेडिकल टीम पर हो रही हिंसा पर नाराजगी व्यक्त कर कड़ा कानून बनाने की मांग की थी। इस पर गृहमंत्री ने बताया कि कड़े कानून को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर केंद्रीय केबिनेट की आपातकालीन बैठक में अध्यादेश लाने का फैसला लिया गया है।
हिंसा करने पर तीन दिन में जांच पूरी करने, एक साल में फैसला देने, तीन माह से सात साल तक का कारावास और 50 हजार से दो लाख तक जुर्माना और गाड़ी पर हमला करने पर दोगुनी भरपाई आदि बिंदु शामिल हैं। डॉ. सुदीप सरन, डॉ. सत्येंद्र सिंह, डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी, डॉ. रवीश अग्रवाल, डॉ. अनूप आर्य समेत अन्य ने उनका आभार जताया।