Lifestyle: जिंदगी को बचाना है तो अब कुछ ऐसे रखना होगा अपनी सेहत का ख्याल Bareilly News
दो दिन पहले सुनाई दिया कि शर्मा जी को दोनों गुर्दे फेल हैं और दिल्ली के किसी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। भ्रांतियां सिर्फ शर्मा जी को ही नहीं थी तमाम मरीज इसे पाले हुए हैं।
जेएनएन, बरेली : राजेंद्र नगर में रहने वाले शर्मा जी, उम्र करीब 50 के पार। महीने भर पहले घर के बाहर टहलते मिल गए। पूछा, आपकी तबियत कैसी है तो तपाक से बोले, भाई मीठा नहीं खाता तो शुगर कैसे बढ़ जाएगी। उन्हें नियमित चेकअप की सलाह दी तो कहने लगे, चेकअप की तो जरूरत ही नहीं, जब कभी शुगर बढ़ेगी तो खुद पता चल जाएगा।
दो दिन पहले सुनाई दिया कि शर्मा जी को दोनों गुर्दे फेल हैं और दिल्ली के किसी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। मधुमेह को लेकर इस तरह की भ्रांतियां सिर्फ शर्मा जी को ही नहीं थी तमाम मरीज इसे पाले हुए हैं। विश्व मधुमेह दिवस पर चिकित्सकों का ऐसे लोगों को यही संदेश है कि भ्रांतियों से दूर रहे और स्वास्थ्य की परवाह करें। डायबिटीज पूरी तरह नियंत्रित होने वाली बीमारी है, बस जरूरत नियमित जांच और दवा लेने की है।
कम उम्र में भी घेर रही बीमारी
फिजिशियन डॉ. सौरभ गोयल ने बताया कि डायबिटीज को कभी बढ़ती उम्र की बीमारी कहा जाता था, लेकिन अब यह कम उम्र के लोगों को भी हो रही है। आज अस्पताल आने वाले मरीजों में हर दसवें मरीज में मधुमेह है। हमारे खानपान में काबरेहाईड्रेट की मात्र अधिक होना और प्रोटीन कम है। इसके साथ ही व्यायाम करने की खत्म होती आदत और काम के घंटे अधिक होने से बीमारियां हो रही हैं।
ये भी है कारण
अनियमित दिनचर्या और खानपान की खराब आदतें बना रही बीमार
बड़ों ने टहलना किया बंद, घरों में टीवी व मोबाइल देखने में व्यस्त बच्चे
इस तरह करें खुद की देखभाल
15 दिन में चेकअप कराए
डॉक्टर से निर्धारित मात्र में दवा लें
स्वस्थ भविष्य के लिए नियंत्रण रखें
डायबिटीज नियंत्रण से बाहर नहीं
इसलिए खतरनाक है डायबिटीज
गुर्दे फेल हो जाते
आंख की रोशनी चली जाती
हार्ट अटैक का खतरा, ब्रेन हेमरेज की आशंका
हाथ-पैरों में लगातार झनझनाहट
जोड़ों में तेज दर्द
युवा अवस्था में ही सेक्सुअल पॉवर में कमी होना
स्वास्थ्य की फिक्र करना जरूरी
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. सुदीप सरन के अनुसार पुराने मिथक तोड़कर अपने स्वास्थ्य की फिक्र हमें करनी होगी। डायबिटीज शरीर में इंसुलिन की कमी से होती है। यह जरूरी नहीं कि शुगर होने पर कोई लक्षण रोगी को सामने दिखाई दें। पचास फीसद से अधिक मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिखते। यह बीमारी घुन की तरह है जो शरीर को खोखला कर देती है। कई बार अचानक गुर्दे फेल होने पर ही इसका पता चल पाता है।
विश्व में पहले स्थान पर होंगे हम
दुनिया में फिलहाल चीन डायबिटीज के मरीजों की संख्या में पहले स्थान पर है। अपने देश में यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है। इससे 2025 तक भारत का पहले स्थान पर पहुंचने की आशंका है। फिलहाल हमारे देश में मधुमेह से पीड़ित करीब सात करोड़ रोगी हैं।