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बरेली में लालफाटक मार्ग के चौड़ीकरण का काम रुका तो बढ़ी राहगीरों की मुश्किल

लालफाटक क्रासिग पर पुल का निर्माण पूरा होने में जहां तीन महीने और लगने हैं वहीं उसके आगे मार्ग के चौड़ीकरण में भी समय लगने की आशंका जताई जा रही है। अब तक वहां आधी सड़क का भी चौड़ीकरण नहीं कराया गया है। अधूरे निर्माण कार्य ने वहां समस्याओं को बढ़ा दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 05:25 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 05:25 PM (IST)
बरेली में लालफाटक मार्ग के चौड़ीकरण का काम रुका तो बढ़ी राहगीरों की मुश्किल
बरेली में लालफाटक मार्ग के चौड़ीकरण का काम रुका तो बढ़ी राहगीरों की मुश्किल

जागरण संवाददाता, बरेली : लालफाटक क्रासिग पर पुल का निर्माण पूरा होने में जहां तीन महीने और लगने हैं, वहीं उसके आगे मार्ग के चौड़ीकरण में भी समय लगने की आशंका जताई जा रही है। अब तक वहां आधी सड़क का भी चौड़ीकरण नहीं कराया गया है। अधूरे निर्माण कार्य ने वहां समस्याओं को बढ़ा दिया है।

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शासन ने करीब चार माह पहले लालफाटक ओवरब्रिज से आगे रामगंगा पुल से पहले तिराहे तक सड़क के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण की मंजूरी दी थी। करीब 4.3 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण के लिए शासन से करीब 38 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ। इस रकम से सड़क किनारे लगे बिजली के खंभों, तार और ट्रांसफार्मर को हटाया जाना है। इसके साथ ही वहां करीब एक हजार पेड़ों को ट्रांसलोकेट भी किया जाना है। सड़क चौड़ीकरण का काम कासगंज की हानू इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। कार्यदायी संस्था ने चार माह में करीब दो किलोमीटर मार्ग का चौड़ीकरण भी नहीं किया है। चौड़ीकरण में सड़क किनारे खड़े पेड़ और बिजली के पोल, ट्रांसफार्मर, तार बाधा बन रहे हैं।

सड़क किनारे खोदने के कारण हादसे की आशंका बढ़ी

सड़क किनारे लगे पेड़ों को ट्रांसलोकेट नहीं होने और बिजली की लाइनों के शिफ्ट नहीं होने के बावजूद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कार्यदायी संस्था को खोदाई शुरू करने की अनुमति दे दी। संस्था ने करीब दो किलोमीटर हिस्से पर जहां भी जगह मिली सड़क खोद कर डाल दी। कुछ जगहों पर किनारे से गिट्टी, बालू, सीमेंट की एक परत डाल दी गई हैं। कई जगह सड़क किनारे खोद हुआ ही पड़ा है। इससे हादसा होने की आशंका बनी हुई है।

फोरलेन बनाई जानी है सड़क

करीब सवा चार किलोमीटर सड़क को 17.50 मीटर चौड़ा किया जाना है। इसके बीच में करीब डेढ़ मीटर का डिवाइडर रहेगा। फोरलेन सड़क के निर्माण से वहां से निकलने वाले लोगों को आसानी होगी। लालफाटक पुल शुरू होने के बाद वाहन फर्राटा भर सकेंगे।

बिजली विभाग को दिए नौ करोड़ रुपये

पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के अधिकारी सड़क किनारे लगे पेड़ों को ट्रांसलोकेट करने के लिए संयुक्त सर्वे कर चुके हैं। सर्वे में करीब एक हजार पेड़ मिले हैं। उन्हें हटाने को अब तक शासन से रकम नहीं मिली है। वहीं, बिजली विभाग ने करीब दस करोड़ रुपये का एस्टीमेट दिया था, जिसमें से करीब नौ करोड़ रुपये पीडब्ल्यूडी ने दे दिए हैं। लालफाटक क्रासिग से आगे सड़क चौड़ीकरण व सु²ढ़ीकरण के लिए टेंडर हो चुके हैं। कार्यदायी संस्था ने काम भी शुरू कर दिया है। उस मार्ग को जल्द से जल्द तैयार कराएंगे।

अरविद कुमार, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग


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