तेज रफ्तार चलाई बस तो अनुबंध हो जाएगा समाप्त
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अब अनुबंधित बसों का नवीनीकरण व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) की रिपोर्ट के आधार पर करेगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर फिटनेस प्रमाण पत्र भी जारी होगा। जबकि रिपोर्ट में अगर तेज रफ्तार पायी जाती है तो अनुबंध तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया जाएगा।
बरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अब अनुबंधित बसों का नवीनीकरण व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) की रिपोर्ट के आधार पर करेगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर फिटनेस प्रमाण पत्र भी जारी होगा। जबकि रिपोर्ट में अगर तेज रफ्तार पायी जाती है तो अनुबंध तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही पांच सौ रुपये जुर्माना भी वसूल किया जाएगा।सड़क हादसों की रोकथाम व सुरक्षित सफर के लिए परिवहन निगम ने सभी बसों में वीटीएस लगवाए हैं। जिससे कि निश्चित गति से अधिक में बसों का संचालन न किया जा सके। पिछले दिनों मुरादाबाद रीजन में हुए हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने परिवहन विभाग को तेज रफ्तार पर नियंत्रण का आदेश दिया है। रोडवेज प्रबंधन ने वाहनों की निगरानी व गति के बारे में जानकारी के लिए व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) लगाए हैं, जो जीपीएस से संचालित है। प्रदेश भर में चलने वाली बसों की इसी से निगरानी की जाती है। कौन बस कितनी गति से चल रहा है, जिसे अधिकारी चेक कर लेते हैं। अब रोडवेज मुख्यालय ने बसों की गति पर निगरानी रखने का आदेश दिया।
अधिकारियों का क्या है कहना
अनुबंधित बसों के वीटीएस रिकार्ड चेक कराया जा रहा है। निश्चित गति से अधिक गति में बस संचालन पाए जाने पर अनुबंधित बस का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा। -
आरके त्रिपाठी, क्षेत्रीय प्रबंधक बरेली रीजन