बरेली में दूल्हा-दुल्हन राजी तो बिना दहेज आज निकाह कराएंगे काजी, जानिए क्या है वजह
Dargah Ala E Hazrat News दरगाह आला हजरत की ओर से बीते दिनों जारी पैगाम पर ठिरिया निजावत खां के लोगों ने अमल किया है। वहां शरीयत के मुताबिक शादी पर फिजूल खर्च रोकने का फैसला लिया गया है। रविवार को एक शादी ऐसी होगी जहां दूल्हा-दूल्हन हैं।
बरेली, जेएनएन। Dargah Ala E Hazrat News : दरगाह आला हजरत की ओर से बीते दिनों जारी पैगाम पर ठिरिया निजावत खां के लोगों ने अमल किया है। वहां शरीयत के मुताबिक शादी पर फिजूल खर्च रोकने का फैसला लिया गया है। रविवार को एक शादी ऐसी होगी, जहां दूल्हा-दूल्हन हैं राजी और बिना दहेज के निकाह पढ़ाएंगे काजी। शादी में बैंड-बाजा नहीं बजेगा और दहेज भी नहीं लिया जाएगा।
ठिरिया निजावत खां निवासी हसन अली के बेटे मुहम्मद बिलाल खान का निकाह गांव के ही अख्तर अली की बेटी नुरुल हुदा के साथ तय हुआ है। बिलाल के अनुसार उनके पिता की ख्वाहिश बच्चों का निकाह बिना दहेज के कराने की थी। इसलिए शरीयत के मुताबिक ही शादी की रस्म अदायगी होगी। रविवार को निकाह की रस्म होगी। उन्होंने बताया कि शादियों में फिजूल खर्च दिखावा बनता जा रहा है।
इसी कारण हमने बिना बैंड-बाजा और बिना दहेज के ही शादी करने का फैसला लिया है। दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने कुछ दिन पहले मुसलमानों से शादियों में बैंड-बाजा, दहेज जैसी प्रथा को खत्म करने और शरीयत मुताबिक निकाह करने की अपील की थी।