मैं पढ़ती थी और मां जागती रहती
जागरण संवाददाता, बरेली : यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट में जिला टॉपर कांति कपूर बालिका इंटर कॉलेज की दीप्ति
जागरण संवाददाता, बरेली : यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट में जिला टॉपर कांति कपूर बालिका इंटर कॉलेज की दीप्ति गंगवार अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपनी मम्मी को ही देती हैं। उनका कहना है कि मम्मी ने सहयोग न किया होता तो इतने नंबर नहीं ला पाती। वह बताती हैं कि वह पढ़ाई करती थीं और उनकी मां साथ में खुद भी जागकर उनका साथ देती थीं। अगर झपकी आती थी तो मां उठा देती थी। उन्होंने कभी मां को सोते नहीं देखा। जब भी सोकर उठती तो मां को काम करते ही पाया। मां का इतना त्याग और समर्पण का उदाहरण दूसरा नहीं हो सकता।
दीप्ति की मां तारा देवी अपने बच्चों की पढ़ाई की खातिर नवाबगंज का गोसलपुर गांव छोड़कर यहां शहर में गांधीपुरम में किराये के मकान में रह रही हैं। दीप्ति की छोटी बहन दीक्षा कांति कपूर बालिका इंटर कॉलेज में ही आठवीं की छात्रा है। दोनों बेटिया पढ़-लिखकर किसी काबिल बन जाएं, यही तारा देवी का सपना है। उनके पति खेमकरन लाल लाभाखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। वह गांव में ही रहते हैं और कभी-कभी ही गांधीपुरम में बच्चों के पास आ पाते हैं। दीप्ति ने बताया कि उनकी मां हाईस्कूल तक ही शिक्षित हैं, फिर भी वह पढ़ने में उनकी मदद करतीं हैं। याद किए हुए चैप्टर को वह उससे सुनकर रिवीजन कराती हैं। दीप्ति आइएएस अधिकारी बनकर मां का सपना पूरा करना चाहती हैं।
दीप्ति की मम्मी तारा देवी का कहना है कि मां-बाप का फर्ज है कि बच्चों को सही रास्ता दिखाएं और उनमें आगे बढ़ने का हुनर पैदा करें, तभी बच्चे कामयाब बन पाते हैं। इसके लिए त्याग करना माता-पिता का कर्त्तव्य है। वह कहती हैं कि बेटे और बेटियों में भी कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। आज की बेटियां तो बेटों से कहीं आगे हैं।