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शाहजहांपुर मे बिचौलियों की मेहरबानी से पति पत्नी और बच्चे भी पा गए पीएम किसान सम्मान निधि

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को जिले में प्रसाद की तरह हर किसी को बांट दिया गया। किसानों के साथ-साथ उनकी पत्नी व बच्चों को भी इसका लाभ दे दिया गया।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 05:51 PM (IST)
शाहजहांपुर मे बिचौलियों की मेहरबानी से पति पत्नी और बच्चे भी पा गए पीएम किसान सम्मान निधि
शाहजहांपुर मे बिचौलियों की मेहरबानी से पति पत्नी और बच्चे भी पा गए पीएम किसान सम्मान निधि

 शाहजहांपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को जिले में प्रसाद की तरह हर किसी को बांट दिया गया। किसानों के साथ-साथ उनकी पत्नी व बच्चों को भी इसका लाभ दे दिया गया। किसी को छात्रवृत्ति तो किसी को कोरोना लॉकडाउन के दौरान दी जा रही एक हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाने का झांसा दिया। उसके बाद पता, फोटो बदलकर खाते में धनराशि भिजवाकर आधार माइक्रो एटीएम से निकाल ली गई। बिचौलियों ने कई करोड़ की धनराशि को ठिकाने लगा दिया। कृषि विभाग ने अब तक 2032 लोगों को फर्जीवाड़ा में चिन्हित किया है। पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। जागरण पड़ताल में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में नित नए कारनामे सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच में फर्जीवाड़ा करने वाले चिह्नित भी हुए हैं। कुछ हिरासत में भी लिए गए हैं, लेकिन जड़ तक जाने के लिए पुलिस ने अभी सरगनाओं को नहीं छुआ।

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जनसेवा केंद्र संचालकों की भूमिका संदिग्ध जैतीपुर ब्लाक में कुछ जनसेवा केंद्र संचालकों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। अब तक की विभागीय जांच में इन्हीं की मदद से बिचौलियों के गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। खास बात यह है कि अन्यंत्र गांवों से स्वीकृत है ये केंद्र एक जगह पर संचालित हो रहे हैं।

तिलहर की प्रत्येक ग्राम पंचायत में जांच शुरू तिलहर तहसील के एसडीएम वेद सिंह चौहान ने टाटराबाद में फर्जीवाड़े के 76 मामले पकड़े थे। इसके बाद अमरेड़ी समेत अन्य गांवों के मामले सामने आए। बड़ी संख्या देख एसडीएम ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में लेखपालों से जांच शुरु करा दी है। उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट उप निदेशक कृषि को भेज दी गई है।

केस एक ग्राम अमरेड़ी निवासी रामनरेश दीक्षित किसान है। उनके बेटे सुधीर कुमार दीक्षित तथा मनोज कुमार के नाम जमीन नहीं है। लेकिन बिचौलियों ने दोनों के नाम किसान सम्मान निधि जारी करा दी।

केस दो अमरेड़ी के ही निवासी महरम सिंह के बेटे संजय सिंह, सोनपाल सिह के नाम जमीन नहीं। इनके आधार कार्ड व बैंक खाता नंबर लेकर पांच किस्त दिला दी। दो हजार की पहली किस्त माइक्रो एटीम से निकाल दी। सोनपाल की पत्नी कुसुम को भी योजना का लाभ मिल रहा है।

केस तीन जैतीपुर ब्लाक के ग्राम पीरी निवासी नेत्रपाल को योजना का लाभ मिल रहा है। बिचौलियों ने उसके 12 वर्षीय विद्यार्थी सुपुत्र मंजीत का बैंक आफ बडौदा जैतीपुर की शाखा का खाता नंबर लेकर पैसा भिजवाया इसके बाद धनराशि निकाल ली।

केस - चारजैतीपुर ब्लाक के पीरी निवासी सुरेंद्र पाल सिंह के 15 वर्षीय पुत्र अजीत को भी जाल में फांसा। खाते में रुपये भिजवाने के बाद दलालों ने माइक्रो एटीम ले जाकर अंगूठे की छाप से रकम हड़प ली।

केस- पांच रामभरोसे गरीब ंहै। दलालों ने उनके भूमिहीन बेटे धीरपाल को गरीब पेंशन दिलाने के बहाने आधार कार्ड व खाता संख्या लिया। जिला सहकारी बैंक जैतीपुर की शाखा में रुपये भिजवा दिए। इसके बाद पहली किस्त ले ली।केस - 6पीरी गांव की प्रिया त्रिपाठी कक्षा दस की छात्रा है। उसके पिता को बिचौलियों ने लालच दिया। आधार कार्ड व बैंक खाता लेकर पीएम किसान सम्मान निधि की रकम भिजवाई, बाद में खुद निकाल ली।

कृषि विभाग अब तक 2032 फर्जी पेशन के मामले चिन्हित कर कार्रवाई कर चुका है। थाना रोजा में एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही लखनऊ मुख्यालय को भी अवगत करा दिया गया है। जांच में फर्जीवाड़ा की संख्या अभी और बढ़ सकती है। दोषियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। आनंद कुमार त्रिपाठी, उप कृषि निदेशक


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