पर्यटन विभाग के होटल अब होंगे निजी हाथों में, बरेली के साथ झांसी, गढ मुक्तेश्वर के होटल संचालित करेंगे उद्यमी
उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड की इकाई रोहिला मोटल (पर्यटक आवास गृह) को निजी हाथों में देने की तैयारी है। सिर्फ बरेली का होटल ही नहीं मुरादाबाद गढ़ मुक्तेश्वर झांसी आगरा और गढ़ मुक्तेश्वर के होटलों को भी उद्यमी चलाएंगे।
बरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड की इकाई रोहिला मोटल (पर्यटक आवास गृह) को निजी हाथों में देने की तैयारी है। सिर्फ बरेली का होटल ही नहीं, मुरादाबाद, गढ़ मुक्तेश्वर, झांसी, आगरा और गढ़ मुक्तेश्वर के होटलों को भी उद्यमी चलाएंगे। विभाग ने सात अप्रैल को ई-टेंडर आमंत्रित कर दिए है। सोमवार को लखनऊ में इसी मुद्दे पर होने वाली बैठक के लिए गांधी उद्यान के पास स्थिति रोहिला होटल के मैनेजर भी रवाना हो गए।
परिवहन विभाग, विद्युत विभाग को निजी हाथों में सौंपने की तैयारियों के बीच लखनऊ गोमतीनगर के राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन पर्यटन भवन ने विभाग के पांच होटलों को चलाने के लिए उद्यमियों को आमंत्रित किया है। अचानक आए इस फरमान से बरेली के अधिकारी भी हतप्रभ है। जिला पर्यटन अधिकारी दीप्ती कहती हैं कि कछला के उजाड़ हो चुके गेस्ट हाउस को निजी हाथों में देने की कयास पहले से थे, लेकिन इस लिस्ट में कछला के गेस्ट हाउस को शामिल नहीं किया गया है। उसे पीपीपी मॉडल पर संचालित होना था।
मैनेजर बोले - अनलॉक के बाद हालात सुधर रहे थे
रोहिला होटल के मैनेजर मनोज वर्मा के मुताबिक होटल में कुल 11 लोगों का स्टाफ है। नवंबर से वेतन नहीं आया है। लेकिन उन्होंने होटल की व्यवस्थाओं को मानकों के अनुरूप रखा है। संक्रमण की वजह से पूरी होटल इंडस्ट्री नुकसान में है। सिर्फ पर्यटन विभाग के होटल नहीं। उन्होंने बताया कि लखनऊ में सोमवार को होने वाली बैठक के बाद स्थिति थोड़ी और स्पष्ट होगी।
पॉश लोकेशन का है होटल
बरेली का रोहिला होटल पॉश लोकेशन पर है। पर्यटन बढ़ाने को लेकर प्रशासन की तैयारियां भी तेज हो रही। आगरा, झांसी और गढ़ मुक्तेश्वर के पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस शामिल करने पर जिला पर्यटन अधिकारी दीप्ती कहती है कि सरकार लोगों की सुविधा की सोचती है, नफा कमाने के लिए काम नहीं करती है। अब ई-निविदा आठ अप्रैल को दोपहर तीन बजे खोली जाएंगी। पूरी प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पर्यटन, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन पर्यटन भवन गोमतीनगर लखनऊ की तरफ से की जा रही है।
इन पर्यटक आवास गृहों को निजी हाथों में देना चाहता है विभाग
- बरेली गांधी उद्यान के पास स्थित रोहिला पर्यटक आवास गृह
- गढ़ मुक्तेश्वर पर्यटक आवास गृह
- झांसी पर्यटक आवास गृह
- पर्यटक आवास गृह दिल्ली-मुरादाबाद रोड
- पर्यटक आवास गृह आगरा
क्या कहना है अधिकारियों का
इस बाबत जानकारी आ गई है। होटलों की लिस्ट में बरेली का राेहिला भी शामिल है। लखनऊ निदेशालय का निर्णय है। निजी हाथाें में पर्यटन सेक्टर के कई होटल जा रहे हैं।
- ब्रज पाल सिंह, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, बरेली