घोड़ा बटालियन रोड दोबारा खुलेगी, सेटेलाइट से आ सकेंगे वाहन
वहीं ब्रिगेडियर व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) समेत कार्यकारिणी के नए पदाधिकारियों ने शपथ भी ली।
बरेली, जेएनएन: छावनी परिषद (कैंट बोर्ड) ने पहले पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा के मद्देनजर और फिर कोरोना संक्रमण की वजह से बंद हुए आम लोगों के रास्ते जल्द खुलेंगे। उस फैसले का सबसे ज्यादा असर 883 घोड़ा बटालियन रोड बंद होने से हुआ था। वजह, आमजन शहर में आने के लिए इसी सड़क का उपयोग सबसे ज्यादा करते थे। गुरुवार को बोर्ड बैठक में घोड़ा बटालियन रोड खोलने पर सहमति बनी। वहीं, ब्रिगेडियर व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) समेत कार्यकारिणी के नए पदाधिकारियों ने शपथ भी ली।
बरेली छावनी परिषद की नई कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण से बैठक की शुरुआत होने के बाद कैंट क्षेत्र के विकास के कई एजेंडा उठे। राहत भरी सहमति ये बनी कि सैन्य क्षेत्र में आने वाली घोड़ा बटालियन (अस्तबल) रोड अब वन-वे होगी। इस सड़क से सेटेलाइट की तरफ से गाड़ियां बियावानी कोठी की तरफ आ सकेंगी। इसके अलावा बरेली से शाहजहांपुर की तरफ जाने वाली सड़क पर नरियावल में एक और टोल लगाने की तैयारी थी, लेकिन कार्यकारिणी के सदस्यों की पैरवी के बाद यह प्रस्ताव भी खारिज कर दिया गया। बदायूं रोड की तरफ सैन्य क्षेत्र में लगे टोल के रेट में इजाफा नहीं हुआ है। जबकि ठेका 1.37 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2.37 करोड़ रुपये में दिया गया है। हालांकि ठेकेदार लॉकडाउन के दौरान रियायत की मांग कर रहा है। एजेंडे के 38 बिंदु पर जताई आपत्ति
एजेंडा पर चर्चा शुरू होने के साथ सदस्यों ने आपत्ति जाहिर की। उनका कहना था कि 38 एजेंडा रख दिए गए है। इन पर चर्चा कैसे होगी। हालांकि बाद में लगभग सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। आरएन टैगोर इंटर कॉलेज के प्रिसिपल कैलाश चंद्र सती बनाए गए। वीना जौहरी के रिटायरमेंट के बाद पद खाली चल रहा था। सदर बाजार और कैंट एरिया में विज्ञापन के ठेके पर चर्चा हुई। वहीं, युगवीणा हॉल पर सदस्यों नेआयोजकों से लिखित लेने की शर्त लगाई है कि कोई आपत्तिजनक गतिविधियां नहीं होगी। शहनाई बरातघर कोविड अधिग्रहण से बाहर
कैंट क्षेत्र के स्कूल आरएन टैगोर इंटर कॉलेज में बच्चों की फीस के मुद्दे पर सहमति बनी कि अप्रैल से सितंबर महीने तक फीस जमा करवाई जा चुकी है। अगले छह महीने की फीस माफ करवाने का मुद्दा उठा। शहनाई बरातघर को लॉकडाउन के दौरान कोविड के लिए अधिग्रहित करवाया गया था। हालांकि उसको उपयोग नहीं किया गया। कार्यकारिणी की सहमति के बाद कोविड की श्रेणी से बाहर किया गया है। ग्रेच्युटी दिलाएं, ताकि रिटायर्ड कर्मचारियों को मिले राहत
सदस्य वेदप्रकाश ने मुद्दा उठाया कि रिटायर्ड होचुके कर्मचारियों की ग्रेच्युटी जल्दी दिलाई जाए। कैंट बोर्ड के कर्मचारियों को भी कैंटीन से सामान खरीदने का अधिकार मिलना चाहिए। उनके मुद्दा उठाने के बाद श्मशान भूमि पर एलटी लाइन खींचकर लाइटिग की व्यवस्था पर भी सहमति बन गई। पूरे कैंट एरिया के गड्ढे भरवाए जाएंगे। कर्मचारियों के जूते और ड्रेस भी अब जैम पोर्टल के जरिए ही खरीदे जाएंगे। ये है छावनी परिषद की नई कार्यकारिणी
बरेली छावनी परिषद की नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष और जेआरसी कमांडेट ब्रिगेडियर आदर्श के. बुटेल, उपाध्यक्ष शिखा नायर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विवेक कुमार, ब्रिगेडियर अमूल कपूर, एडम कमांडेंट भूपेंद्र सिंह, मेजर एस. जीवन सिंह, एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह। वहीं, चुने सदस्यों में मीता सती, मदान सिंह बिष्ट, धर्मवीर यादव, अब्दुल हमीद और वेद प्रकाश तनेजा ने शपथ ली।