Lockdown-2 Update : गृह मंत्रालय ने इस एप को बताया असुरक्षित, अलर्ट हुए रुविवि ने उठाया ये कदम Bareilly News
गृह मंत्रालय के साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर ने जूम एप को असुरक्षित बताते हुए एडवाइजरी जारी कर दी। जिसके बाद महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के विभाग भी सचेत हो गए हैं।
बरेली, अखिल सक्सेना। गृह मंत्रालय की ओर से वीडियो कांफ्रेसिंग एप जूम को असुरक्षित बताए जाने के बाद महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय सचेत हो गया है। फार्मेसी, अंग्रेजी, शिक्षा सहित कई विभागों ने ऑनलाइन टीचिंग में इस एप के प्रयोग से दूरी बना ली। साथ ही नए विकल्प भी तलाश लिए हैं।
कोरोना वायरस की वजह से देश में तीन मई तक लॉकडाउन है। छात्र-छात्रओं की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कराने के निर्देश जारी कर दिए। कॉलेजों से लेकर विश्वविद्यालयों तक ने ऑनलाइन क्लास शुरू करने के लिए जूम सहित कई एप की मदद ली।
अब गृह मंत्रालय के साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर ने जूम एप को असुरक्षित बताते हुए एडवाइजरी जारी कर दी। जिसके बाद महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के विभाग भी सचेत हो गए हैं।
विवि ने अपनाएं नए विकल्प
टेलीग्राम, सिस्को वेबेक्स मीटिंग एप, गूगल मीट, वीडियो कॉल, ई-मेल आदि।
जूम एप का इस्तेमाल करने से पहले यह शर्ते होंगी अनिवार्य
- हर क्लास के लिए नया वन टाइम पासवर्ड।
- बिना शिक्षक की अनुमति के अब कोई छात्र ऑनलाइन नहीं जुड़ सकेगा।
- छात्रों को जोड़ने के बाद ऑनलाइन क्लास को लॉक करके ही पढ़ाया जा सकेगा। जिससे कोई दूसरा ना जुड़ पाए।
- ऑनलाइन क्लास से पहले सभी छात्रों की उपस्थिति फोटो के साथ लेनी होगी।
- जूम क्लास के रिकार्ड सुरक्षित रखें जाएंगे, जरूरत पड़ने पर दिया जा सकेगा।
- ऑनलाइन क्लास के हर छात्र का विवरण लेना अनिवार्य होगा।
सभी नियमों का किया जा रहा पालन
विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने बताया कि गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार जूम पर निर्भरता कम हो गई है। चूंकि अभी ऑनलाइन क्लास चल रही है, इसलिए सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। छह शिक्षक क्लास ले रहे हैं। हर क्लास के लिए नया पासवर्ड तैयार किया गया है। छात्रों के रिकार्ड के साथ लिस्ट भी बना ली गई है। उपस्थिति के बाद ऑनलाइन क्लास में लॉक कर देते हैं ताकि बाहरी कोई जुड़ न पाए। दूसरे विकल्प के रूप में गूगल क्लास भी ले रहे हैं।
टेलीग्राम व सिस्को वेबेक्स से पढ़ाने की तैयारी
फार्मेसी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर अमित कुमार वर्मा ने बताया कि अभी तक फार्मेसी विभाग जूम एप पर ऑनलाइन क्लास ले रहा था। लेकिन अब गाइडलाइन की जानकारी होने के बाद दूसरे विकल्प के रूप में टेलीग्राम और सिस्को वेबेक्स मीटिंग एप के जरिए पढ़ाने की तैयारी की है।
ऑनलाइन क्लास के लिए चुने गए अन्य माध्यम
डीन व हेड बीए-एमएड विभाग प्रो. नलिनी श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय के बहुत कम शिक्षक ही अब जूम एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। एडवाइजरी जार होने के बाद उसकी जगह अपने विभाग में गूगल क्लास रूम, गूगल मीट, सिस्को वेबेक्स सहित कई माध्यम ऑनलाइन क्लास के लिए चुन लिए गए हैं।