बेतरतीब यातायात से कब मिलेगी निजात
जागरण संवाददाता, बरेली : शहर बढ़ रहा है। आबादी बढ़ रही है और सड़क पर वाहनों की संख्या भ्
जागरण संवाददाता, बरेली : शहर बढ़ रहा है। आबादी बढ़ रही है और सड़क पर वाहनों की संख्या भी। इन सबके बावजूद न तो सुचारू यातायात संचालन के लिए स्थाई व्यवस्था विकसित हो सकी और न जाम से निपटने के विकल्प। नतीजा जाम, परेशानी की शक्ल में आमजन झेल रहे हैं। ऐसी दिक्कतों से रोजाना रूबरू होने वाले शहरवालों ने दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में कॉल कर अपनी परेशानियां और शिकायत बयां कीं। अब जिम्मेदारी उन विभागों की है जिन पर यह व्यवस्था दुरुस्त करने का दायित्व है।
-मैं बदायूं रोड पर सुभाष नगर में रहता हूं। पटेल मार्केट से चौपुला रोड पर कुछ दिन पहले गैस पाइपलाइन के लिए खोदाई हुई थी। खोदाई के बाद मिट्टी सड़क पर ही छोड़कर चले गए। इससे वाहन आधी सड़क से ही निकल पाते हैं और अक्सर जाम की स्थिति रहती है। धूल से राहगीर ही नहीं आसपास की दुकानदार और घरों के लोग भी परेशान होते हैं।
-बलराम सिंह, सुभाष नगर बदायूं रोड मैं सेल्स क्षेत्र में काम करता हूं। दिन भर शहर के अलग-अलग बाजार, क्षेत्र में जाना होता है। हर जगह जाम से ही जूझते हैं। श्यामगंज, रोडवेज वाली रोड, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर हर जगह ऐसी ही स्थिति है। कुछ विचार कर उपाय खोजे हैं। अधिकारियों से मिलकर योजना बताएंगे, ताकि यातायात संचालन बेहतर हो सके।
-श्याम कुमार सक्सेना, कटरा चांद खां किसी भी रोड पर निकलो, जाम ही मिलता है। छोटे वाहनों का रूट निर्धारित नहीं हैं। घने बाजार से लेकर संकरे रास्तों तक में घुस जाते हैं। भारी वाहन दिन में भी शहर के भीतर घूमते हैं। खड़े करते हैं। इससे दिक्कत बढ़ती है। हम खुद भी स्मार्ट बनें, तभी शहर स्मार्ट हो सकेगा।
-संजीव सक्सेना, कालीबाड़ी श्यामगंज पुल बनने के बाद जाम से राहत की उम्मीद थी। ऊपर तो ठीक हो गया, लेकिन नीचे शहदाना चौराहे पर पहले जाम नहीं लगता था अब दिन भर जूझना पड़ता है। पुलिसकर्मी खड़े रहते हैं, ध्यान नहीं देते। अन्य बाजारों की भी यही तस्वीर है।
-पवन गुप्ता एडवोकेट, नवादा शेखान मैं सुभाष नगर में रहता हूं। हमारे क्षेत्र से सभी प्रमुख बाजार, दफ्तर जाने के लिए चौपुला रोड या रेलवे पुलिया ही रास्ता हैं। दोनों जगह जाम की स्थिति रहती है। स्थाई समाधान की जरूरत है। रेलवे पुलिया पर ओवरब्रिज बनने से दिक्कत दूर हो सकती है।
-ऋषि रंजन, सरस्वती नगर चौराहे पर ट्रैफिक लाइट लगी हैं, लेकिन यातायात संचालन ऐसे ही होता है। चाहें बत्ती हरी हो या लाल, वाहन निकलते रहते हैं। पुलिस वाले भी नहीं रोकते। इससे दूसरी तरफ से निकलने वाले वाहनों से अक्सर टक्कर होती है। हादसे होते हैं। लोग घायल होते हैं।
-जगपाल सिंह भाटी, तुला शेरपुर पुलिस ने कुतुबखाना में ट्रैफिक डायवर्जन कर दिया, लेकिन अब गलियों में जाम लगने लगा। मैं इज्जत नगर से खरीदारी करने कटरा मानराय आई। जाम के कारण दोपहिया वाहन तो छोड़िए, पैदल तक निकलने की जगह नहीं थी। ऐसी व्यवस्था से क्या लाभ जो एक जगह स्थिति ठीक करे और दूसरी जगह बिगाड़े।
-ममता यादव, कृष्णा नगर