बरेली में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लिया फैसला, बोले- आपात के समय महिला अस्पताल के प्लांट से जिला अस्पताल को मिलेंगी ‘सांसें’
कोविड-19 की दूसरी लहर ने दस्तक दी तो आक्सीजन के अभाव के चलते सैकड़ों मरीजों ने अपनी जान गंवा दी। अब तीसरी लहर की आशंका के बाद प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी तेजी से आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं।
बरेली, जेएनएन। : कोविड-19 की दूसरी लहर ने दस्तक दी तो आक्सीजन के अभाव के चलते सैकड़ों मरीजों ने अपनी जान गंवा दी। अब तीसरी लहर की आशंका के बाद प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी तेजी से आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। खास बात कि जिला महिला अस्पताल में लगे आक्सीजन प्लांट से जरूरत पड़ने पर जिला अस्पताल को भी आक्सीजन मिलेगी। आपात स्थिति की आशंका के मद्देनजर आपसी सहमति से यह फैसला स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने लिया है। उधर, मीरगंज और बहेड़ी में भी आक्सीजन प्लांट लगभग तैयार हो चुके हैं।
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में हैं 29 बेड
जिला महिला अस्पताल में 550 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन आपूर्ति क्षमता का प्लांट लग चुका है। खास बात कि जिला महिला अस्पताल में लगे आक्सीजन प्लांट से जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भी जरूरत पड़ने पर आक्सीजन सप्लाई दी जा सकेगी। जिला महिला अस्पताल में 10 बेड पीकू वार्ड के हैं। वहीं, जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में 29 बेड हैं। आपात स्थिति को देखते हुए आपसी सहमति से यह फैसला स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने लिया है।
यहां भी आक्सीजन प्लांट तैयार
स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के अनुसार शहर के 300 बेड कोविड अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। इसके साथ मीरगंज और बहेड़ी में भी आक्सीजन प्लांट लगभग तैयार हो चुके हैं। बहेड़ी सीएचसी पर बने प्लांट का उद्घाटन भी हो चुका है। इसके साथ शहर के तीनों निजी मेडिकल कालेज के पास पहले से ही आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था है। ऐसे में भविष्य में मरीजों को ऑक्सीजन के संकट से नहीं जूझना पड़ेगा।
आक्सीजन प्लांट का 90 फीसद कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जल्द ही आक्सीजन प्लांट का ट्रायल कर शुरू कर दिया जाएगा। वहीं एक सप्लाई लाइन जिला अस्पताल को भी दी जाएगी, जिससे वहां बने बच्चा वार्ड में ऑक्सीजन का संकट न हो। डा. अलका शर्मा, सीएमएस, जिला महिला अस्पताल