Health Camp : जानिए सीएमओ के निशाने पर क्यों आए दवा बांटने वाले विदेशी डाक्टर, Bareilly News
स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कुछ विदेशियों की टोली भी दवा वितरण करने लगी। सूचना मिली तो स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारी ने फोन कर उनके बारे में जानकारी मांगी तो वे खिसक गए।
जेएनएन, बरेली : मिशन अस्पताल में लगाए गए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कुछ विदेशियों की टोली भी दवा वितरण करने लगी। सूचना मिली तो स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारी ने फोन कर उनके बारे में जानकारी मांगी तो वे खिसक गए। प्रशासन अब जांच कराएगा कि विदेशियों की टोली यहां किसलिए आई थी। मामले की जांच के लिए टीम बना दी गई है।
शनिवार दोपहर को स्थानीय अभिसूचना इकाई को सूचना मिली कि नेशनल हाईवे स्थित मिशन अस्पताल में लगे स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कुछ विदेशी युवक भी जांच कर रहे। इस पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोगों को फोन कर जानकारी चाही तो गोलमोल जवाब मिला।
पहले ही निकल गए डाक्टर
वह मौके पर पहुंचे मगर, इससे पहले विदेशी युवक वहां से चले गए। कैंप में उपस्थित मरीजों ने बताया कि 16 डॉक्टर अमेरिका से आए थे। अचानक वे बैग उठाकर बरेली चले गए। मिशन अस्पताल के प्रभारी डॉ. सोलोमन से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल बंद था। सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बासित अली का कहना है कि कैंप की कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
बैलगाड़ी में घूमने पर लगी भीड़
स्थानीय अभिसूचना इकाई के अफसरों का कहना है कि कुछ टूरिस्ट इधर से गुजर रहे थे, उन्हें नैनीताल जाना था। उन्होंने कुछ देर बैलगाड़ी पर सवारी की, बाद में कुछ देर को कैंप में रुक गए।
चार दिन से चल रहा था हेल्थ कैंप
ग्रामीणों का कहना है कि विदेशी डॉक्टरों की टीम पांच दिन से गांवों में कैंप लगा रही थी। सारीपुर, बकानिया, राजपुरिया, जिगनिया चटिया फैजू में दवाएं वितरित की थीं। दवाएं भी विदेश लग रही थीं। उन कैंप के दौरान गांवों में कहा जा रहा था कि जो लोग दवा से वंचित रह गए हों वे शनिवार को मेगा कैंप में मिशन अस्पताल में आएं। यही वजह रही कि दोपहर 12 बजे तक 100 से ज्यादा मरीज देखे जा चुके थे। चर्चा है कि दवा बांटने वाले 16 लोग डॉक्टर थे, टूरिस्ट वीजा पर अमेरिका से यहां आए। दो दिन पहले उनकी दी गई दवा से बाकरगंज के एक युवक को रिएक्शन भी हो गया था।
स्थानीय चिकित्सक ने मिशन अस्पताल में मलेरिया दवा वितरण का कैंप लगाने की अनुमति मांगी थी। वहां कोई विदेशी चिकित्सक या युवक आए, इसकी जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराएंगे।
- विशुराजा, एसडीएम फरीदपुर
रात को पता चला कि वहां विदेशी डॉक्टर दवा बांट रहे थे। रविवार सुबह मौके पर टीम भेजकर जांच करवाई जाएगी। देखा जाएगा कि अस्पताल व डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं या नहीं। उनके द्वारा दी जा रही दवा की भी जांच कराई जाएगी।
-डॉ. विनीत शुक्ला, सीएमओ