साइबर ठगी से पीडि़त ने कहा रुपये नहीं मिले तो कर लूंगा आत्मदाह
साइबर शातिरों ने फौजी बनकर ट्रैक्टर बेचने के नाम पर किसान से दो लाख रुपये खाते में डलवा लिए। मोबाइल बंद होने पर पीडि़त को पता चला तो बिथरी चैनपुर थाने पहुंचा।
बरेली, जेएनएन। साइबर शातिरों ने फौजी बनकर ट्रैक्टर बेचने के नाम पर किसान से दो लाख रुपये खाते में डलवा लिए। मोबाइल बंद होने पर पीडि़त को पता चला तो बिथरी चैनपुर थाने पहुंचा। तहरीर देते हुवे कहा कि अगर उसके रुपये नहीं मिले तो वह आत्मदाह कर लेगा। जिसके बाद पुलिस ने मामला साइबर सेल को सौंप दिया है।
बिथरी चैनपुर के बेनीपुर सारा गांव निवासी बरकत अली खेती करते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने फेसबुक पर एक ट्रैक्टर का विज्ञापन देखा। विज्ञापन देने वाले युवक से बात की तो उसने खुद को सैन्यकर्मी बताया। झांसे में लेने के लिए आईकार्ड और कैंटीन कार्ड भेजा। कथित सैन्य कर्मी ने कहा कि भाई से विवाद के चलते वह ट्रैक्टर दो लाख में बेच रहा है। बरकत अली ने साक्ष्य मांगे तो ठग ने ट्रैक्टर की फोटो भेजे। शातिरों के झांसे में आये पीडि़त ने ठग के खाते में ऑनलाइन दो लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठग ने अपना मोबाइल बंद कर लिया तो उन्हें धोखाधड़ी का अहसास हुआ।