UP Police : बियर पार्टी में क्राइम ब्रांच के बंटवारे का दूसरा वीडियो वायरल, डीजीपी मुख्यालय ने तलब की रिपोर्ट
पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार अंदर तक पैठ कर चुका है। शहर से लेकर देहात तक जुएं की फड़ से लेकर हिस्ट्रीशीटरों से वसूली का बंटवारा करती क्राइम ब्रांच का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मचा। डीजीपी मुख्यालय से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है।
बरेली, जेएनएन। पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार अंदर तक पैठ कर चुका है। शहर से लेकर देहात तक जुएं की फड़ से लेकर हिस्ट्रीशीटरों से वसूली का बंटवारा करती क्राइम ब्रांच का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मचा। डीजीपी मुख्यालय से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है। रविवार को पुलिस लाइन के अंदर बने कार्यालय में नोट बांटने का वीडियो सामने आने के बाद यह सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा।
एक होटल में बियर पार्टी करती क्राइम की पूरी टीम का वीडियो भी अधिकारियों तक पहुंचा है। इस वीडियो को भी जांच में शामिल किया गया है। जिले की क्राइम ब्रांच की पूरी टीम में जमे दारोगा से लेकर सिपाही तक कोई नया चेहरा नहीं बल्कि सालों पुराने है। पूरी क्राइम ब्रांच को जिले के अपराधियों और सटोरियों से साठगांठ उजागर हो चुकी है। वसूली के आरोपों के साथ क्राइम ब्रांच के अपराधियों से मिलीभगत के ऑडियो वायरल हुए है। अधिकारियों से सेटिंग के कारण हर बार क्राइम ब्रांच बच जाती थी। चार महीने पहले डीआइजी राजेश पाण्डेय तक क्राइम ब्रांच की वसूली की शिकायतें आईं थी।
उन्होंने तत्कालीन एएसपी आइपीएस अभिषेक वर्मा सीओ तृतीय से मामले के जांच के निर्देश दिए। उनकी जांच रिपोर्ट में क्राइम ब्रांच की अपराधियों से साठगांठ और वसूली की बात सामने आई। उन्होंने क्राइम ब्रांच के खिलाफ पूरी रिपोर्ट डीआइजी को सौंपी। डीआइजी ने तत्कालीन एसएसपी शैलेश पाण्डेय को कार्रवाई के निर्देश दिए। तत्कालीन एसएसपी ने मामले की फाइल ही दबा दी। शैलेश पाण्डेय के ट्रांसफर होने के बाद आए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के हाथ 10 दिन पहले फाइल लग गई। क्राइम ब्रांच के तीन सिपाहियों को उन्होंने लाइन हाजिर करके गैर जनपद तबादले कर दिए। अभी मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि सोमवार को पूरी क्राइम ब्रांच की वसूली बंटवारे का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमा की किरकिरी हो रही है।
क्राइम ब्रांच होगी भंग, सिपाही होंगे निलंबित एसपी क्राइम सुशील कुमार की जांच में आरोपी सिपाहियों के बयान दर्ज कराए गए है। एक सिपाही ने सफाई में कहा कि उसने दूसरे सिपाही से उधार लिया था। वापसी के दौरान गैर जनपद हुए सिपाही ने ही वीडियो बनाया और वायरल किया है। हालांकि वह ऑडियों में वसूली के अड्डों और बोले जाने वाले नामों पर सफाई नहीं दे सका। तकरीबन तय है कि एसपी क्राइम की जांच रिपोर्ट आने के बाद क्राइम ब्रांच भंग होगी और सिपाहियों के निलंबन की कार्रवाई हो सकती है।
क्या कहते हैं अधिकारी : क्राइम ब्रांच का रिश्वत का वीडियो मेरी जानकारी में आया है। एसएसपी बरेली को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। पूरी तरह से छानबीन की जा रही है। - राजेश पांडेय, डीआइजी बरेली मंडल एसपी क्राइम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। प्रथमदृष्टया वीडियो ही साक्ष्य है। जांच रिपोर्ट के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जा सकेगी।- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी