कोरोना संक्रमण से बचाव और वैक्सीनेशन के लिए बरेली के गांव-गांव चली युवाओं की टोली
कोविड की दूसरी लहर में संक्रमण के खिलाफ लड़ने वाले गांव ही नजीर बने। अब दैनिक जागरण के महाअभियान ‘100 गांव एक संकल्प’ में गांव के प्रधानों और सेहतमित्रों ने जिम्मेदारी उठाई है। मास्क और दो गज दूरी ही बचाव है यही मंत्र द्वार-द्वार पहुंचाया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। कोविड की दूसरी लहर में संक्रमण के खिलाफ लड़ने वाले गांव ही नजीर बने। अब दैनिक जागरण के महाअभियान ‘100 गांव, एक संकल्प’ में गांव के प्रधानों और सेहतमित्रों ने जिम्मेदारी उठाई है। मास्क और दो गज दूरी ही बचाव है, यही मंत्र द्वार-द्वार पहुंचाया जा रहा है। शनिवार को भोजीपुरा के तीन गांव पचदौरा दौहरिया, पीपरसाना, कोढ़मपुर में सेहतमित्र सड़कों पर उतरे, लोगाें को जागरूक किया।
महाअभियान के तहत कोढ़मपुर में भी सेहतमित्रों ने कोविड जागरूकता अभियान चलाया। तीन हजार की आबादी वाले गांव में स्वास्थ्य विभाग की मदद से वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जाना है। संकल्प हुआ कि वक्सीनेशन के आंकड़े को बढ़ाकर सौ फीसद तक लेकर जाना है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस गांव में कैंप नहीं लग सका है। शनिवार को सेहतमित्रों ने ग्रामीणों को वैक्सीन की सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। गांव के लोगों ने भी हामी भरी कि कैंप में सौ फीसद भागीदारी करेंगे।
कोविड डेस्क के साथ लगी चौपाल : प्रधान जयंती देवी के परिसर में कोविड डेेस्क लगी। लोगों के ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन स्तर और थर्मामीटर से तापमान जांचे गए। संदेह के घेरे में आने वालों को प्राथमिक चिकित्सालय भेजा गया। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया गया। गांव में सेहतमित्र विजय प्रकाश, सोमपाल, महेंद्रपाल, जयंती देवी सक्रिय रहे। उन्होंने संकल्प लिया कि गांव में कोविड संक्रमण को नहीं आने देंगे।
भईया.. मास्क ही बचाएगा, खतरा अभी टला नहीं : संक्रमण कम होते ही गांव में लापरवाही का माहौल बन गया है। जागरूकता की कमी में लोग सैंपल नहीं देते, नतीजा कोविड संक्रमण से बचाव के लिए वह कमजोर हैं। भोजीपुरा के गांव पचदौरा दौहरिया में कोविड की दूसरी लहर में दशहत कम नहीं थी। दैनिक जागरण के सेहतमित्रों ने शनिवार को घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया। सर्दी, जुकाम, बुखार लक्षणों के साथ लोगों के सामने आने से सैंपलिंग के लिए कहा गया।सेहतमित्रों की टीमों ने द्वार-द्वार चलकर खांसी, बुखार और जुकाम से पीड़ितों से बात की। संदेह होने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। सेहत मित्रों ने लोगों को समझाया कि सैंपल देना बहुत जरूरी है। जागरण की ओर से हेल्प डेस्क लगी। गांव के लोग हेल्पडेस्क तक पहुंचे। जांच होने के बाद लोग संतुष्ट नजर आए। उन्हें मास्क वितरित किये गए। गांव में सफाई करने के लिए टीमें सुबह से जुटी। सेहतमित्र आशीष, विशाल, गुलाम और मो. इकराम गली-गली पहुंचे। सफाई का अभियान चलाया।
सेहतमित्रों ने दिए मास्क और सैनिटाइजर : जागरुकता से ही बचाव है। ये पीपरसाना गांव के लोगों ने समझा। सेहतमित्रों ने गांव में मास्क और सैनिटाइजर वितरण किया। डिजिटल थर्मामीटर से लोगों के तापमान जांचे गए। सैपलिंग को लेकर गांव में नकारात्मक माहौल में सेहतमित्रों की फैलाई जागरूकता काम आई। अब गांव के लोग कहते हैं कि वह सैंपलिंग भी करवाएंगे, वैक्सीन भी लगवाएंगे। पीपरसाना गांव में वैक्सीनेशन की रफ्तार अन्य गांव की अपेक्षा थोड़ी कम है। जागरण के अभियान 100 गांव एक संकल्प के तहत ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। किसी को हल्का बुखार और खांसी होने पर तत्काल जांच करवाई जा रही है। ताकि संक्रमण को सही समय पर पकड़ा जा सके।
सेहत मित्रों ने जांच करके ब्योरा इकट्टा किया : प्रधान वीरेंद्र सिंह शाही की अगुवाई में सेहतमित्र अर्जुन सिंह, भीमसेन, कामिल हुसैन, बृजेश गुप्ता कोविड हेल्प डेस्क पर रहे। ऑक्सीजन का स्तर जांचने के साथ उन्हें बताया गया कि मास्क बहुत जरूरी है। इस अभियान में शामिल लोगों का ब्योरा भी इकट्ठा किया जा रहा है।