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कोरोना वायरस के संक्रमण से पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त पढ़ाएगा बरेली का जीआरएम स्कूल

कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में परिवारों ने अपनों को खाे दिया। जीआरएम स्कूल ने परिवारों के दर्द को समझते हुए फैसला लिया है कि कोविड संक्रमण से अपने पिता को खोने वाले छात्रों को स्कूल मुफ्त पढ़ाएगा। शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए उनसे शुल्क नहीं लिया जाएगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 23 May 2021 11:50 AM (IST)Updated: Sun, 23 May 2021 11:50 AM (IST)
कोरोना वायरस के संक्रमण से पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त पढ़ाएगा बरेली का जीआरएम स्कूल
बैठक में हुआ निर्णय शैक्षणिक सत्र 2021-22 का कोई शुल्क नहीं लेगा स्कूल।

बरेली, जेएनएन। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में परिवारों ने अपनों को खाे दिया। जीआरएम स्कूल ने परिवारों के दर्द को समझते हुए फैसला लिया है कि कोविड संक्रमण से अपने पिता को खोने वाले छात्रों को स्कूल मुफ्त पढ़ाएगा। शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए उनसे शुल्क नहीं लिया जाएगा।

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जीआरएम विद्यालय समूह के प्रबंधन की बैठक प्रबंधक राजेश जौली ने की। निर्णय लिया गया कि जीआरएम स्कूल के जिन भी बच्चों ने कोरोना त्रासदी में अपने पिता को खोया है। स्कूल ऐसे बच्चों से मौजूदा सत्र 21-22 में वर्षभर कोई फीस नहीं लेगा। इसके लिए छात्रों को पिता के मृत्यु प्रमाणपत्र और एक आवेदन स्कूल प्रबंधन को देना होगा। हालांकि इसमें परिवार की सहमति भी ली जाएगी।

ऐसे छात्रों को पढ़ाई के दौरान परेशानी आने पर ऑनलाइन या ऑफ ट्यूशन व्यवस्था भी की जाएगी। ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जब स्थितियां अनुकूल होंगी तो शिक्षकों का एक दल ऐसे विद्यार्थियों के परिवारों से भी मिलने जाएगा।

प्रबंधन के मुताबिक कोविड संक्रमण की वजह से 12वीं के एक छात्र के पिता के निधन होने की खबर मिलने के बाद उन्होंने विचार बनाया कि ऐसे सभी बच्चों की मदद होनी चाहिए। अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए क्लस टीचर को भी हफ्ते में दो-तीन दिन अतिरिक्त कक्षाएं देने के लिए कहा गया है।

हीन भावना से बचाने के लिए ऐसे बच्चों की पहचान को भी स्कूल प्रबंधन अपनी तरफ से उजागर नहीं करेगा। जीआरएम स्कूल के प्रबंधक राजेश जौली ने बताया कि कोविड में स्वास्थ्य और शिक्षा, दोनों बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम शिक्षा से जुड़े हैं, इसलिए अपने क्षेत्र में छात्रों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। 


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