बरेली के तीन चिकित्साधिकारियों से खफा हुआ शासन, सीएमओ काे दिए प्रतिकूल प्रविष्टि थमाने के आदेश, जानिए वजह
Government Action शासन के आदेश की नाफरमानी करना जिले में स्वास्थ्य विभाग के तीन डाक्टरों को भारी पड़ गया। दरअसल शासन ने एक मामले में फरीदपुर बहेड़ी व फतेहगंज पूर्वी से कुछ रिपोर्ट मांगी थीं। लेकिन तीनों ही चिकित्सा अधिकारियों ने रिपोर्ट आइजीआरएस पोर्टल पर अपडेट नहीं की।
बरेली, जेएनएन। Government Action : शासन के आदेश की नाफरमानी करना जिले में स्वास्थ्य विभाग के तीन डाक्टरों को भारी पड़ गया। दरअसल शासन ने एक मामले में फरीदपुर, बहेड़ी व फतेहगंज पूर्वी से कुछ रिपोर्ट मांगी थीं। लेकिन तीनों ही चिकित्सा अधिकारियों ने रिपोर्ट आइजीआरएस पोर्टल पर अपडेट नहीं की। जिसके बाद शासन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर तीनों डाक्टरों से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगने के साथ प्रतिकूल प्रविष्टि दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
आमजन की समस्याओं को फौरन निस्तारण हो सके इसके लिए मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल व समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आइजीआरएस) पर आने वाली शिकायतों की मानीटरिंग शासन स्तर से की जा रही हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार इसके बाद भी कार्य के प्रति उदासीनता बरत रहे हैं ऐसा ही एक मामला शनिवार को सामने आया। आइजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों की समय पर निस्तारण न करने पर तीन चिकित्सा अधिकारी (एमओआइसी) को सीएमओ ने नोटिस जारी किया है। साथ ही प्रतिकूल प्रविष्टि भी जारी होनी है।
इन एमओआइसी को जारी हुए नोटिस
जिले के फरीदपुर में आइजीआरएस की तीन और सीएम पोर्टल पर आठ शिकायत पहुंचीं। बहेड़ी में सीएम पोर्टल पर पांच और फतेहगंज पश्चिमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संबंधित तीन शिकायत सीएम पोर्टल पर आईं। दो शिकायतें सीएमओ आफिस से बीते 30 सितंबर को संबंधित एमओआइसी को निस्तारण के लिए बढ़ाई गईं थीं। लेकिन एक माह का समय बीतने के बाद भी शिकायतों का संज्ञान नहीं लिया गया। जिस कारण अब शिकायतें डिफाल्टर की श्रेणी में आ गई हैं। जिस कारण संबंधित एमओआइसी को तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके अलावा प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के भी आदेश शासन से स्वास्थ्य विभाग को मिले हैं।
15 दिन का समय है निस्तारण को निर्धारित
नियमानुसार आइजीआरएस और सीएम पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए 15 दिन का समय अधिकतम निर्धारित है इससे अधिक समय गुजरने के बाद शिकायत डिफाल्टर की सूची में आ जाती है।
पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का समय पर निस्तारण न करने वाले तीन एमओआइसी से स्पष्टीकरण मांगा है। देने का कहा है तय समय में जवाब न मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। डा. बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी