बरेली में कोरोना संक्रमित के पिता की मौत पर हगांमा
घर में आइसोलेट कोरोना संक्रमित एक युवक के पिता की तबीयत सोमवार सुबह बिगड़ गई। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती कराया।
बरेली, जेएनएन। घर में आइसोलेट कोरोना संक्रमित एक युवक के पिता की तबीयत सोमवार सुबह बिगड़ गई। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
मृतक के परिजन जब शव लेने अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल प्रशासन ने बिना कोविड-19 टेस्ट के शव सुपुर्द करने से मना कर दिया। इसके बाद वहां हंगामा होने लगा। बाद में परिजन शव लेकर चले आए। सीबीगंज की स्लीपर रोड पर रहने वाले बनवारी लाल लोधी पेशे से अधिवक्ता थे। 4 दिन पूर्व मुंबई से लौटा उनका बेटा कोरोना पॉजिटिव निकला था। इसी बीच अधिवक्ता ने भी अपना कोविड-19 टेस्ट कराया तो वह नेगेटिव आए थे। मृतक का संक्रमित बेटा घर में ही आइसोलेट है।
सोमवार सुबह तड़के अधिवक्ता को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके चलते उनके स्वजनों ने उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक के परिजन जब उनका शव लेने अस्पताल गए तो अस्पताल प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की आशंका व्यक्त करते हुए कोविड जांच की बात कही। उन्हें आशंका थी कहीं बेटे के संपर्क में आने के बाद अधिवक्ता भी संक्रमित ना हो गए हो।
इसके बाद मृतक के स्वजन अस्पताल प्रबंधन पर बिफर पड़े और हंगामा करने लगे। काफी देर चले हंगामे के बाद शहर विधायक के बड़े भाई ने हस्तक्षेप किया। इसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। शाम अधिवक्ता के पैतृक गांव सुंदराशि में अंत्येष्टि की गई।