Furniture Warehouse Fire Case Update : 28 साल बाद 20 लाख की राख में उम्मीद तलाशते रहे बरेली के व्यापारी
कोतवाली क्षेत्र के कुमार टाकीज के पीछे देर रात लगी आग भले ही ठंडी हो गई लेकिन व्यापारियों का जो नुकसान हुआ उसकी आग शुक्रवार तक उनके दिलों में धधकती रही।
बरेली, जेएनएन। कोतवाली क्षेत्र के कुमार टाकीज के पीछे देर रात लगी आग भले ही ठंडी हो गई, लेकिन व्यापारियों का जो नुकसान हुआ उसकी आग शुक्रवार तक उनके दिलों में धधकती रही। आग बुझने के बाद भी रात भर व्यापारी और उनका परिवार दुकानों के बाहर ही बैठा रहा। सुबह होते ही व्यापारियों ने आग लगने से जली अपनी दुकानों से बनी राख और सामान से उम्मीद तलाशनी शुरू कर दी। जो सामान बचा उसे समेट कर नई शुरुआत की ओर कदम बढ़ाया।
60 लाख से अधिक का नुकसान आग बुझने के बाद सुबह राजस्व विभाग की कोई टीम व्यापारियों के पास नहीं पहुंची। व्यापारियों ने अपने नुकसान का आंकलन कर बताया। सबसे ज्यादा नुकसान राजू स्टील वालों का हुआ। उनके अनुसार करीब 25 लाख रुपये का सामान जलकर राख हो गया। वहीं अनवर की दुकान और गोदाम में रखा लगभग 15 से 20 लाख रुपये फर्नीचर जल गया।
इसके अलावा करीब आठ अन्य दुकानदारों और बाहर फड़ लगाने वालों का भी थोड़ा थोड़ा मिलाकर करीब 20 लाख का नुकसान हुआ। सभी ने अपने नुकसान की सूची बना ली है।कई साल पहले भी लगी थी आग व्यापारियों ने बताया कि उनके पूर्वज पहले यहीं पर फड़ लगाकर काम करते थे। उस दौरान करीब 1992 में भी इसी यहां इसी तरह आग लगी थी। जिसमें करीब 30 फड़ व्यापारियों का सामान जलकर राख हो गया था।
अब 28 साल बाद फिर आग ने उन्हें बर्बाद कर दिया। व्यापारियों ने सरकार और जिला प्रशासन से मदद की मांग की है। रात में सुलगती रही आगरात में आग पर काबू पाने के बाद आग बुझ गई। इसके चलते दमकल की गाड़ियां चली गईं। लेकन कुछ देर बाद ही आग फिर सुलगने लगी। इसके चलते दमकल की एक गाड़ी को भोर तक वहीं खड़ा रखा गया। शुक्रवार को नुकसान का आकलन करने पहुंचे व्यापारियों ने देखा कि सुबह भी धुआं उठ रहा था। इस पर आसपास से पानी लेकर डाला गया।