गुणवत्ता संग खाने की पौष्टिकता भी बताएगा एफएसडीए
खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता पर निगाह रखना एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन) का मुख्य कार्य है।
जेएनएन, बरेली: खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता पर निगाह रखना एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन) का मुख्य कार्य है, लेकिन अब वह लोगों को खाने की पौष्टिकता की जानकारी भी देगा। एफएसएसएआइ (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने इसके लिए 'स्वस्थ भारत यात्रा' शुरू की है। यात्रा का उद्देश्य लोगों को सरकार द्वारा लागू फूड फोर्टिफिकेशन (खाद्य पदार्थो की किलेबंदी) की जानकारी देना है, जिससे लोगों को पैक खाद्य पदार्थो में मिलने वाले विटामिन, मिनरल्स आदि की जानकारी हो सके। शंका होने पर वह विभाग में शिकायत भी कर सकते हैं, जिससे उसकी जांच आदि कराई जा सके।
एफएसडीए डीओ धर्मराज मिश्रा ने बताया कि फूड फोर्टिफिकेशन में पांच खाद्य पदार्थो को शामिल किया है, जिसमें नमक, तेल, गेहूं, चावल और दूध हैं। इनमें जरूरी विटामिन जैसे ए और डी, आयोडीन, आयरन आदि खाद्य पदार्थो में संयोजित किए गए हैं। इसका उद्देश्य आम इन्हें आम लोगों के नियमित भोजन में शामिल करना है, जिससे शरीर में इनकी कमी न हो। लोग खून की कमी, रतौंधी, सूखा रोग आदि की चपेट में न आएं। उन्होंने बताया कि स्वस्थ भारत निर्माण के लिए सरकार ने भी खाद्य पदार्थो में इन्हें मिलाने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके साथ ही मात्रा भी निर्धारित की है, जिसमें निर्माण से लेकर बिक्री तक की मात्रा अलग-अलग निर्धारित है।
खाद्य पदार्थो में मिलाए गए विटामिन, मिनरल्स
खाद्य पदार्थ मिलाए गए विटामिन
नमक आयोडीन व आयरन
तेल विटामिन ए और डी
गेंहू विटामिन ए और आयरन
चावल विटामिन ए और आयोडीन
दूध विटामिन ए और डी
प्रति व्यक्ति निर्धारित है हर चीज की मात्रा
एफएसडीए डीओ ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए खाद्य पदार्थ की मात्रा भी एफएसएसएआई ने निर्धारित की है, जिसके अनुसार नमक पांच से आठ ग्राम प्रतिदिन प्रति व्यक्ति, तेल तीन लीटर प्रति माह, चावल सात किलो प्रतिमाह खाना चाहिए। इससे सामान्य खाने से ही इन विटामिन आदि की कमी को पूरा किया जा सके। दूध और गेंहू की मात्रा अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन लोकल डाटा के अनुसार 208 मिली लीटर दूध प्रति व्यक्ति प्रतिदिन लेना जरूरी है।
शहर में तीन दिन होगी यात्रा
डीओ धर्मराज मिश्रा ने बताया कि एफएसएसएआइ की यात्रा तीन दिन शहर में रूकेगी। नौ जनवरी को शहर पहुंचकर यह 11 जनवरी को पीलीभीत के लिए रवाना होगी।
------ ये होगा फायदा
आयोडीन:- बच्चों के मानसिक विकास में सहायक
आयरन:- खून की कमी को दूर करता है।
विटामिन ए:- रतौंधी रोग से बचाता है
विटामिन डी:- सूखा रोग से बचाने के संग हड्डियों को मजबूत करता है।
फोलिक एसिड:- कोशिकाओं के फिर से निर्माण में सहायक होता है।