थाने से छोड़ दिया विधायक का भतीजा
बलवा और मारपीट के आरोपी विधायक के भतीजे को पुलिस ने पुलिस ने पकड़ा मगर थाने से छोड़ना पड़ गया।
By Edited By: Published: Sun, 18 Feb 2018 03:13 AM (IST)Updated: Sun, 18 Feb 2018 10:33 AM (IST)
जागरण संवाददाता, बरेली: बलवा और मारपीट के आरोपी विधायक के भतीजे को पुलिस ने पुलिस ने पकड़ा मगर थाने से छोड़ना पड़ गया। वजह चाहें जो हो मगर पुलिस का यह कहकर पीछा छुड़ा रही कि जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज है, उनके तहत तुरंत गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। यही वजह है कि विधायक के भतीजे अमित को नोटिस देकर छोड़ दिया गया। हालांकि यह बात अलग है कि ऐसे अन्य तमाम मामलों में पुलिस गजब की तेजी दिखाती है मगर इस मामले में नियम-कायदे का बखूबी पालन किया। गुरुवार को शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार के भतीजे अमित सक्सेना ने नगर निग में चालक की पिटाई कर दी थी। शुक्रवार को कर्मचारियों ने मोर्चा खोला तब बवाल, मारपीट समेत कई धाराओं में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। रात को अमित ने एक और बखेड़ा कर दिया। डीडीपुरम में नकटिया निवासी धनपाल की पिटाई कर दी थी। सूचना पर पहुंची यूपी-100 ने विधायक के भतीजे को पकड़ लिया। मेडिकल कराया गया तो शराब पीने की पुष्टि हुई, जिसके बाद अमित को प्रेमनगर थाने लाया गया। शिकायत पर धारा 323, 279, 337, 427 के तहत मुकदमा तो दर्ज हो गया मगर अमित को थाने से छोड़ दिया गया। थाने से छोड़ने का यह तर्क प्रेमनगर थाना प्रभारी धर्मेन्द्र गुप्ता का कहना है कि जिन मामलों में अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज है उनमें सात साल से कम की सजा है। लिहाजा गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। नोटिस तामील कराने के बाद अमित को छोड़ दिया गया। बोले कि अमित की गाड़ी थाने नहीं आई थी। उसे यूपी-100 पकड़ कर लाई थी। उसके साथी कार लेकर भाग गए थे। दबंगई में फंस रहे भाजपाई लगातार दो दिन विधायक के भतीजे के बवाल से पहले भी भाजपा से जुड़े लोगों ने बखेड़ा किया था। नकटिया पुलिस चौकी पर भाजपा नेत्री ज्योति मिश्रा से सिपाही को थप्पड़ मार दिया, उस प्रकरण में भी मुकदमा दर्ज है।
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