बरेली में दो दिन से आक्सीजन सपोर्ट एंबुलेंस में मां को लेकर घूम रहा लेकिन किसी अस्पताल मेंं नहीं मिल रहा बेड, जानिये अस्पताल वाले क्यों नहीं भर्ती कर रहे
बरेली में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बरेली में गुरुवार को 1402 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।रोज दस से ज्यादा संक्रमण की चपेट में आकर मौत हो रही है। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में अव्यवस्था का बोलबाला है।
बरेली, जेएनएन। बरेली में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बरेली में गुरुवार को 1402 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।रोज दस से ज्यादा लोगों की संक्रमण की चपेट में आकर मौत हो रही है। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए, लेकिन वहां का हाल उलटा है।आलम यह है कि मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा है। जबकि अस्पताल में बेड खाली हैं। इन्हीं अव्यवस्थाओं का खामियाजा एक युवक और उसकी मां को भुगतना पड़ रहा है।
शहर निवासी युवक अपनी मां को आक्सीजन सपोर्ट पर दो दिन से एंबुलेंस में लिए घूम रहा है।लेकिन उसे किसी अस्पताल में बेड नहींं मिल रहा।जबकि वह रुपये खर्च करने को तैयार है, लेकिन कहीं बेड नसीब नहीं। युवक का कहना है कि रोहिलखंड मेडिकल कालेज समेत शहर के कई अस्पतालों में मां को भर्ती करने के लिए मिन्नत की, लेकिन स्टाफ का दिल नहीं पसीजा। आक्सीजन की कमी का हवाला देकर उन्होंने भर्ती करने से मना कर दिया।
यही नहीं, उसने फीस देने और आक्सीजन की व्यवस्था भी कहीं से करने का भरोसा दिलाया। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने एक नहीं सुनी। जबकि स्थिति यह है कि रोहिलखंंड मेडिकल कालेज में 123 बेड खाली हैं।इनमें मरीजों को इसलिए भर्ती नहीं किया जा रहा क्योंकि मेडिकल कालेज का ऑक्सीजन प्लांट खराब हो गया है। कोरोना संक्रमण की इस भयावह स्थिति में भी दस दिन से मेडिकल कालेज प्रबंधन प्लांट को ठीक नहीं करा सकता है।जिसके चलते मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा।