शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की कवायद, डायरी में पढ़ाई का दर्ज करना होगा गुरुजी विवरण
अब बच्चों की तरह बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी डायरी रखनी होगी। इसकी शुरुआत नए साल से होगी। राज्य परियोजना निदेशालय के विशेषज्ञों ने यह डायरी तैयार की है। इसमें हर शिक्षक को शेड्यूल लिखकर रखना होगा।
बरेली, जेएनएन। अब बच्चों की तरह बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी डायरी रखनी होगी। इसकी शुरुआत नए साल से होगी। राज्य परियोजना निदेशालय के विशेषज्ञों ने यह डायरी तैयार की है। इसमें हर शिक्षक को रोज पढ़ाए जाने वाले पाठ, लर्निंग आउटकम की गतिविधियां सहित पूरा शेड्यूल लिख कर रखना होगा। निरीक्षण के दौरान अधिकारी इस डायरी का मूल्यांकन करेंगे। साथ ही अपनी टिप्पणी भी लिखेंगे। बरेली जिले के लिए डायरी पहुंच गई, जिसका सत्यापन करा लिया गया है। अगले सप्ताह से इसका वितरण शुरू करा दिया जाएगा।बरेली में 2894 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें शिक्षक, शिक्षा मित्र और अनुदेशकों की संख्या 10,563 है। अभी तक बहुत से ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने पढ़ाने का कोई शेड्यूल नहीं बनाया है। जिससे सुनियोजित तरीके से पठन-पाठन का माहौल नहीं बन पाता है। निरीक्षण के दौरान कई बार अधिकारियों द्वारा इसके निर्देश दिए गए। ऐसे में शिक्षकों के लिए डायरी सिस्टम बना दिया गया। इसमें शिक्षक को अपना नाम, विद्यालय का नाम और विद्यालय यू-डायस कोड लिखना होगा। डायरी का उपयोग शिक्षक पढ़ाने की प्लानिंग बनाने में करेंगे। कौन सा पाठ रोज पढ़ाया, यह भी लिखना होगा। निरीक्षण में डायरी में लिखे पाठ और बच्चों की कॉपी में किए गए कार्य से इसका मिलान भी होगा। जिससे पता चलेगा कि शेड्यूल के अनुसार पढ़ाया जा रहा या नहीं।
इन्हें मिलेगी डायरी
शिक्षकों की संख्या : 10,563
परिषदीय स्कूलों की संख्या : 2,894
कुल छात्र संख्या : 3,50,978
क्या कहा बीएसए ने
बीएसए विनय कुमार का कहना है कि शिक्षकों के लिए डायरी आ गई है, सत्यापन हो गया है। इसी सप्ताह से इसका वितरण कराया जाएगा। डायरी में शिक्षकों को रोज की प्लानिंग लिखनी होगी कि क्या पढ़ाना है। निरीक्षण के दौरान इसकी जांच की जाएगी।