Rakshabandhan 2020 : पांच हजार महिलाओं ने जीरो टिकट पर किया सफर
रक्षाबंधन पर भाइयों को रक्षासूत्र बांधने के दिन घर से निकलने वाली बहनों के लिए प्रदेश सरकार ने रोडवेज बसों से निश्शुल्क यात्रा का तोहफा दिया था।
बरेली, जेएनएन : रक्षाबंधन पर भाइयों को रक्षासूत्र बांधने के दिन घर से निकलने वाली बहनों के लिए प्रदेश सरकार ने रोडवेज बसों से निश्शुल्क यात्रा का तोहफा दिया था। इसकी घोषणा सरकार ने शनिवार को ही कर दी थी। जीरो टिकट पर यात्रा के लिए महिलाएं रात 12 बजते ही बस अड्डों पर पहुंच गई। फ्री यात्रा में भीड़ का अनुमान लगाते हुए 300 बसें लगाई गई थी। कोरोना के फैलते संक्रमण के चलते इस बार लोगों की संख्या में कमी रही। इसके चलते बरेली व रुहेलखंड डिपो की 100 बसें खड़ी रहीं। देर रात दोनों बस अड्डों से करीबन पांच हजार महिलाओं ने जीरो टिकट पर यात्रा की।
नो मास्क, नो ट्रैवल का नहीं हुआ पालन
सरकार ने जीरो टिकट यात्रा के लिए मास्क अनिवार्य किया था। हालांकि पुराना बस अड्डा व सेटेलाइट बस अड्डे पर कहीं भी सरकार के इस आदेश का पालन होता नहीं दिखा। वहीं कई बसों के चालक-परिचालक स्वयं बिना मास्क लगाए दिखे।
महिलाओं को दिया गया जीरो टिकट
महिलाओं को निश्शुल्क यात्रा के लिए रीजन के सभी डिपों को अपनी ईटीएम में जीरो टिकट ऑप्शन लोड कराने को कहा गया था। जिससे सफर के दौरान परिचालक महिला सवारी को जीरो टिकट दे सकें। इसकी मदद से विभाग 24 घंटे में सफर करने वाली महिला यात्रियों की स्थिति और उन पर हुए खर्च का ब्योरा भी पता लगा सकेगा। मुफ्त सफर महिलाओं को एसी, डीलक्स, सेमी डीलक्स के साथ ही साधारण बसों में भी करने को मिला।