बदायूं में डेंगू से पांच मरीजों की मौत, 35 नए मरीज मिले, जेल में भी मिले मरीज, प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता
Death due to Dengue in Badaun डेंगू का प्रकोप अब बदायूं जिले भर में फैल चुका है। एक या दो तहसील क्षेत्रों को छोड़ दें तो लगभग हर कस्बा और तहसील डेंगू प्रभावित है। इसी बीच सोमवार को जिले में डेंगू के 35 नए मरीज मिले हैं।
बरेली, जेएनएन। Death due to Dengue in Badaun : डेंगू का प्रकोप अब बदायूं जिले भर में फैल चुका है। एक या दो तहसील क्षेत्रों को छोड़ दें तो लगभग हर कस्बा और तहसील डेंगू प्रभावित है। इसी बीच सोमवार को जिले में डेंगू के 35 नए मरीज मिले हैं। वहीं उसहैत, गुलड़िया, कादरचौक और उघैती में पांच लोगों की मौत हो गई है। लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के चलते अब जिलाधिकारी ने डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी और बढ़ा दी है। सोमवार को जिले के डेंगू प्रभावित 22 गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इसमें कुल 534 लोगों की जांच की गई। जिसमें 35 नए मरीज सामने आए हैं।
इसमें दातागंज के डहरपुर गांव के सबसे ज्यादा दस मरीज मिले हैं। इसके अलावा शहर से सटे नगला सर्की में दो, जगत में एक, बिनावर में एक, आवास विकास, सैदपुर, चित्रांशनगर, मिला कपाउंड, नेकपुर, नझियाई, अशोक नगर, रोहनाई, पुशगवां, जिला अस्पताल, जिला पुरुष अस्पताल कैंपस, रमजानपुर, अहोरामई में एक एक मरीज मिले हैं। इसके अलावा उझानी क्षेत्र में भी कुछ मरीज मिलना बताया जा रहा है। इन सभी क्षेत्रों में अब मंगलवार को फिर टीम भेज कर जांच कराई जाएगी। इसके अलावा एंटी लार्वा और एंटी लार्वीसायडल दवा का छिड़काव भी किया जाएगा।
घर-घर जाकर खुलवाई मच्छरदानीः गुलड़िया में बढ़ते जा रहे डेंगू मरीजों की जानकारी पर सोमवार को जिला सर्विलांस अधिकारी एसीएमओ डा. अनिल शर्मा टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने एक एक घर का निरीक्षण किया। जिन घरों में मच्छरदानी दी गई थी और उपयोग नहीं किया जा रहा था, उनमें अपने सामने मच्छरदानी खुलवाकर लगवाई। सभी से अपील की कि मच्छरदानी में ही सोएं और फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। कहाकि पानी को न रुकने दें, पानी को साफ करते रहें।
76 गांव और मुहल्लों में डेंगूः जिले में फैल रहे डेंगू मरीजों की प्रतिदिन लाइन लिस्ट तैयार की जा रही है। इनकी सूची बनाकर कोविड कमांड सेंटर द्वारा उनके हाल चाल लिए जा रहे हैं। बताया गया कि जिले के कुल 76 गांव और मुहल्ले हैं जो डेंगू से प्रभावित हैं। इन गांवों और मुहल्लों में प्रतिदिन जांच कराई जा रही है और एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।
लगातार हो रही मौतों से लोग सहमे : उघैती क्षेत्र के गांवों में डेंगू और बुखार से मरने वालों का सिलसिला जारी है। अब तक यहां कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार से सोमवार के बीच यहां दो और लोगों की मौत हो गई। गांव निवासी सालिक रावल को दो दिन पहले बुखार आया था। अचानक उनकी हालत बिगड़ गई, अस्पताल ले जाते इससे पहले उनकी मौत हो गई। यही एक अन्य व्यक्ति की भी मौत होना बताया जा रहा है। वहीं विभाग के लोगों का कहना है कि क्षेत्र में 50 से अधिक लोगों की जांच की गई थी लेकिन किसी में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है। गांव के आसपास और शहर में चल रहे लैब में जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हुई है। लोगों का कहना है कि या तो प्राइवेट लैब फर्जीवाड़ा कर रहे हैं या स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों की सही जांच नहीं की जा रही है। ऐसे में गांव क्षेत्र में लोग सहमे हुए हैं।
गुलड़ियों में फिर हुई एक मौत : नगर पंचायत गुलरिया में बुखार का प्रकोप जारी है। सोमवार को फिर एक किशोरी की डेंगू बुखार की चपेट में आने से मौत हो गई। नगर पंचायत गुलड़िया के वार्ड चार निवासी प्रीती पुत्री रामचन्द्र काे एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। किशोरी की हालत बिगड़ने पर उसे आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
रोजगार सेवक के परिवार में मचा कोहराम : क्षेत्र के गांव करीम नगर निवासी सर्वेश सिंह कुंवरगांव में रोजगार सेवक थे। सोमवार को सुबह बरेली के निजी अस्पताल में सर्वेश की मौत हो गई। बताते हैं कि सर्वेश को बीते आठ दिन से तेज बुखार आ रहा था। जांच कराने पर उनकी रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई थी। हालत बिगड़ने पर उन्हें बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। सर्वेश सिंह के तीन छोटे बच्चे हैं। परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
कुंवरगांव में डेंगू और बुखार से कई बीमार : कस्बे में डेंगू ने अपने पैर पसार लिए हैं। यहां डेंगू, वायरल व टाइफाइड की चपेट में आकर कई लोग लोग बुखार की चपेट में हैं। मजबूरी में उन्हें झोलाछाप से इलाज कराना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के नाम पर कस्बे में न कोई टीम आई न ही कोई जांच की गई। कस्बे में कुछ फर्जी लोग लैब भी चला रहे हैं और लोगों की जेब काट रहे हैं। कस्बे के वार्ड-1 निवासी ज्योति पत्नी अरविंद को पिछले पांच दिनों से लगातार बुखार आ रहा है जिन्हें डेंगू की पुष्टि हुई है। वह बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इसके अलावा माधुरी पुत्री शेर सिंह, बल्लू पुत्र शेर सिंह, वार्ड-2 निवासी विक्की पुत्र नत्थू लाल को भी कई दिनों से बुखार आने पर उसे मेडीकल कॉलेज बदायूं में भर्ती कराया गया। जहां गंभीरावस्था के चलते उन्हें सैफई रैफर कर दिया गया।