Fever Patient Bed Crisis : शाहजहांपुर में बिगड़े हालात, बुखार के मरीजों को भर्ती करने के लिए मची मारा-मारी, खोले महिला अस्पताल के ताले
Fever Patient Bed Crisis यूपी के शाहजहांपुर में बुखार के मरीजों के लिए बेड को लेकर मची मारा-मारी देख राजकीय मेडिकल कालेज में कोविड के लिए आरक्षित किए गए महिला अस्पताल के ताले भी खोल दिए गए है। जहां बुखार से पीड़ित मरीजों को भी भर्ती किया जाएगा।
बरेली, जेएनएन। Fever Patient Bed Crisis : यूपी के शाहजहांपुर में बुखार के मरीजों के लिए बेड को लेकर मची मारा-मारी देख राजकीय मेडिकल कालेज में कोविड के लिए आरक्षित किए गए महिला अस्पताल के ताले भी खोल दिए गए है। जहां बुखार से पीड़ित मरीजों को भी भर्ती किया जाएगा। इसके लिए मंगलवार से तैयारियां भी शुरू करा दी गई है। यहां करीब एक माह से कोरोना के मरीज भर्ती होने के लिए नहीं पहुंच रहे है।
जिले में एक सप्ताह से बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। जो व्यवस्थाएं ट्रामा सेंटर से लेकर होल्डिंग एरिया व अन्य वार्डों में की गई थी वह नाकाफी साबित हो रहे है। ऐसे में स्ट्रेचर, जमीन पर या फिर सीमेंटड बेंच पर लेटकर उपचार कराने को मजबूर हो रहे थे। इसके अलावा भर्ती होने के लिए पैरवी तक करानी पड़ रही है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने मेडिकल कालेज प्रशासन को बीते दिनों मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद मेडिकल कालेज प्रशासन ने कोविड मरीजों के लिए बीते डेढ़ साल से आरक्षित चल रहे महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में अब बुखार के मरीजों को भर्ती करने का निर्णय लिया है।
महिला अस्पताल में है 160 बेड
बैसे तो राजकीय महिला अस्पताल 100 बेड का है। लेकिन गत वर्ष कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने पर यहां 60 बेड और बढ़ा दिए गए है। कोरोना की तरह अब बुखार ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। ऐसे में पहले 100 बेड पर बुखार के मरीजों को भर्ती करने के लिए व्यवस्था कराई जा रही है। जबकि 60 बेड कोविड मरीजों के लिए रहेंगे।
इसलिए पड़े थे अस्पताल में ताले
करीब एक माह से कोरोना संक्रमित मरीज महिला अस्पताल में भर्ती नहीं है। ऐसे में यहां ताला डाल दिया गया था। लेकिन इस जल्द ही फिर संक्रमण फैलने की आशंका के चलते इस अस्पताल में सामान्य मरीजों के लिए नहीं दिया जा रहा था। लेकिन बुखार के बढ़ते मरीजों को देख मेडिकल प्रशासन ने ताले खुलवाकर बुखार के मरीजों को यहां भर्ती कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से ही यहां स्टाफ तैनात किया जाएगा।
यदि कोरोना के मरीज अब नहीं निकलते है तो जरूरत के हिसाब से महिला अस्पताल में बुखार के मरीजों को बेड उपलब्ध कराते रहेंगे। आक्सीजन की पाइप लाइन की फिटिंग भी शुरू करा दी गई है। डा. राजेश कुमार, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कालेज