किसानों ने बदला रुख तो परेशान हुए कारोबारी सीएम से आज करेंगे ये मांग
मंडी के अंदर बड़े-बड़े गोदाम लेकर बैठे व्यापारियों उनके कर्मचारियों पल्लेदारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है l उन्होंने कहा गल्ला मंडियों का निर्माण किसानों की उपज को सही मूल्य दिलवाने हेतु किया गया था
बरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की आदर्श गल्ला मंडी समिति इकाई ने सोमवार को बैठक का आयोजन किया। जिसमें गल्ला मंडी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की गल्ला मंडी में व्यापारियों की स्थिति बहुत खराब हो गई है l मंडी के बाहर मंडी शुल्क से छूट के कारण अब किसान मंडी में आकर अपना माल बेचना ही नहीं चाहता है l
इससे मंडी के अंदर बड़े-बड़े गोदाम लेकर बैठे व्यापारियों, उनके कर्मचारियों ,पल्लेदारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है l उन्होंने कहा गल्ला मंडियों का निर्माण किसानों की उपज को सही मूल्य दिलवाने हेतु किया गया था परंतु मंडी शुल्क में विषमताओं के कारण आज किसान अपनी फसल को बाहर बाजार में बेचने पर मजबूर है l ऐसे में जहां एक ओर किसानों का शोषण हो रहा है वही गल्ला मंडी के व्यापारी भी आर्थिक नुकसान से गुजर रहे हैं l
हमारी योगी सरकार से मांग है कि अविलंब मंडी समिति का पूरा शुल्क माफ कर दिया जाए और केवल मंडी समिति परिसर के रखरखाव के लिए अनुरक्षण शुल्क लागू किया जाए l इससे व्यापारी और किसान दोनों को ही लाभ मिलेगा और मंडी के कारोबार में भी वृद्धि होगी l मंडी समिति के महामंत्री अवधेश अग्रवाल डब्बू ने बताया कि मंगलवार 11:30 बजे मंडी के व्यापारी जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देंगे जिसमें इन्हीं समस्याओं से अवगत कराया जाएगा l बैठक में गल्ला व्यापारी रमेश चंद्र गुप्ता, कैलाश मित्तल, वीरेंद्र गुप्ता महानगर महामंत्री राजेश जसोरिया आदि शामिल थे।