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Fake Parking Game : बरेली में आरटीओ सहित कई सरकारी कार्यालयों में फर्जी पार्किंग से चल रहा वसूली का खेल, अधिकारियों को खबर नहीं

Fake Parking Game शहर में लोगों से पार्किंग के नाम पर जमकर वसूली का खेल किया जा रहा है। कुछ विभागों में अवैध वसूली की जा रही है तो कहीं पर पार्किंग के नाम पर तय रुपये से अधिक किराया वसूला जा रहा है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 04:53 PM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 04:53 PM (IST)
Fake Parking Game : बरेली में आरटीओ सहित कई सरकारी कार्यालयों में फर्जी पार्किंग से चल रहा वसूली का खेल, अधिकारियों को खबर नहीं
Fake Parking Game : बरेली में आरटीओ सहित कई सरकारी कार्यालयों में फर्जी पार्किंग से चल रहा वसूली का खेल

बरेली, जेएनएन। Fake Parking Game : शहर में लोगों से पार्किंग के नाम पर जमकर वसूली का खेल किया जा रहा है। कुछ विभागों में अवैध वसूली की जा रही है तो कहीं पर पार्किंग के नाम पर तय रुपये से अधिक किराया वसूला जा रहा है। ताजा मामला इंटरनेट मीडिया में संभागीय परिवहन विभाग का सामने आया है। जिसमें पार्किंग की पर्ची में ही आरटीओ का जिक्र किया गया है। यही नहीं पूरे मामले से अधिकारी भी अनजान है।

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बता दें कि शहर के नकटिया के पास स्थित संभागीय परिवहन विभाग का कार्यालय किराए की बिल्डिंग में कई वर्षों से संचालित हो रहा है। वैसे तो शासन से जमीन स्वीकृति हुए भी एक जमाना हो चुका है। लेकिन बजट की दिक्कत के चलते अभी इसमें काम नहीं शुरू हो पाया है। हाल ही में पुराने वीडियो वायरल मामले में दो बाबूओं पर कार्रवाई के बाद बाहर दलालों के अड्डों को भी समाप्त करने के लिए जेसीबी से गड्ढे खोद दिए गए थे। वर्तमान में यहां गाड़ियां खड़ी करने की व्यवस्था न होने के कारण लोगों ने अवैध पार्किंग खोल पर्ची में आरटीओ का जिक्र कर रखा है। जबकि विभाग के पास कोई भी पार्किंग नहीं है।

वाहनों का मनमाना दाम

वाहन पार्किंग के नाम पर दी जाने वाली पर्ची में जरूर मोटरसाइकिल 10, कार 20 व ट्रक 30 रुपये लिखा हो लेकिन पार्किंग संचालक मोटर साइकिल का 20, कार का 30 व ट्रक का 50 रुपये वसूल करते हैं। किसी प्रकार की जानकारी करने पर विभाग द्वारा हाल ही में रेट बढ़ाए जाने व ठेका महंगा होने की बात कही जाती है।

केवल तीन घंटे का यह किराया

आरटीओ के बाहर दी जाने वाली पर्ची में स्पष्ट लिखा है कि पर्ची केवल तीन घंटे के लिए मान्य हैं। इसके अलावा पर्ची खोने पर गवाह साथ लाने पर ही गाड़ी दिए जाने, पार्किंग केवल शाम छह बजे तक ही होने तक की ही जिम्मेदारी होने की बात स्पष्ट रूप से अंकित की गई है।

आरटीओ कार्यालय में किसी प्रकार की कोई पार्किंग नहीं ली जाती है। अभी तक किसी ने कोई शिकायत भी नहीं की है। आज जानकारी हुई है। सोमवार को मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। - आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन 


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