समाजवादी पार्टी में गुटबाजी हावी, पूर्व चेयरमैन ने सपा जिलाध्यक्ष और यादवों को कहे अपशब्द, पढ़े वायरल ऑडियो में किसने क्या कहा
समाजवादी पार्टी में गुटबाजी हावी है। गुरुवार को वायरल एक ऑडियो में सपा के जिलाध्यक्ष और यादवाें के खिलाफ ही अपशब्द के इस्तेमाल हुए। पंचायत चुनाव से पहले का आंवला के पूर्व चेयरमैन आबिद अली की आवाज में ऑडियो वायरल हुआ है। आबिद ऑडियो में जिलाध्यक्ष को मतकटा बता रहे।
बरेली, जेएनएन। समाजवादी पार्टी में गुटबाजी हावी है। गुरुवार को वायरल एक ऑडियो में सपा के जिलाध्यक्ष और यादवाें के खिलाफ ही अपशब्द के इस्तेमाल हुए। पंचायत चुनाव से पहले का आंवला के पूर्व चेयरमैन आबिद अली की आवाज में ऑडियो वायरल हुआ है। आबिद ऑडियो में जिलाध्यक्ष अगम मौर्य को मतकटा बता रहे हैं। साथ ही जिपं का टिकट मांगने वाले आरिफ को मिठाई का डिब्बा लेकर मिलने की सलाह दे रहे हैं। आबिद इस ऑडियो में अपनी आवाज से इन्कार करते हुए पार्टी में फूट डालने की साजिश बता रहे हैं।
पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत के लिए आरिफ चुनाव लड़ने के लिए आबिद को फोन करते हैं। इस दरम्यान उन्हें सपा नहीं बल्कि बसपा से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया। जिला पंचायत के चुनाव में भीतरघात में सपा के पूर्व जनप्रतिनिधि ही भूमिका अदा कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष के खिलाफ एक लॉबी सक्रिय है।जिलाध्यक्ष अगम मौर्य ने बताया कि सत्यता की जांच करवा रहे है। अगर सही पाया गया तो कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। पूर्व चेयरमैन आंवला आबिद ने बताया कि आरिफ बसपा से जिला पंचायत चुनाव लड़ा। हम पर सपा प्रत्याशी का प्रचार न करने का दबाव था। हमने सपा के प्रत्याशी का साथ दिया। हमारी उससे कोई बात नहीं हुई। पार्टी में फूट डालने के लिए साजिश है। आवाज मेरी नहीं है।
ऑडियो की बातचीत के अंश
आबिद : खैरियत से हैं आरिफ भाई..
आरिफ : प्रधानी की तैयारी कर रहे थे। सीट हो गई।
आबिद : आप तो जनरल में आते हैं
आरिफ : समुद्री पठान में आते हैं। सर्टिफिकेट तो हमारा हो जाएगा, लेकिन चुनाव हार जाएगा। बैकवर्ड वाले ज्यादा लड़ेंगे, हम लेंगे तो हिंदु प्रत्याशी जीत जाएगा। क्योंकि एससी का कैंडीडेट नहीं लगेगा।
आबिद : भजनलाल किसे लड़ाएगा।
आरिफ : मैं ये चाह रहा था कि जिला पंचायत लडू, क्या ख्याल है।
आबिद : पार्टी से टिकट हो सकता है। कई यादव लगे हुए है। लेकिन उनका होगा नहीं।
आरिफ : हो नहीं सकता.. कोई जुगाड़ देखिए।
आबिद : एक काम ये करो, एक मिठाई का डिब्बा लेकर जिलाध्यक्ष से मिल आओ। फिर वो हमसे बात करेगा। तब हम पैरवी कर देंगे।
आरिफ : एक महीने पहले मैने मिलने के लिए कहा था। तब किसान आंदोलन में बिजी थे।
आबिद : यादवों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए कहते हैं। चुनाव तो लड़ेंगे जरूर। अगम मौर्य के लिए मतकटा जिलाध्यक्ष है।