नोडल अधिकारी शहर में, इसलिए सब चकाचक
शहर की व्यवस्थाओं को परखने के लिए इस समय नोडल अधिकारी नवनीत सहगल शहर में हैं। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था तीन दिन तक चकाचक दिखेगी। उन्होंने शुक्रवार को माधोबाड़ी समेत कुछ जगह निरीक्षण करने के साथ सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
बरेली, जेएनएन: शहर की व्यवस्थाओं को परखने के लिए इस समय नोडल अधिकारी नवनीत सहगल शहर में हैं। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था तीन दिन तक चकाचक दिखेगी। उन्होंने शुक्रवार को माधोबाड़ी समेत कुछ जगह निरीक्षण करने के साथ सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
नवनीत सहगल शहर की सफाई व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था और जलभराव व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। ऐसे में न सिर्फ सड़कें साफ-सुथरी दिख रही हैं, बल्कि बाकायदा झाड़ू भी लगने लगी है। नोडल अधिकारी को सबकुछ चकाचक दिखे। इसके लिए सफाई व्यवस्था के लिए नई कार्य योजना भी बनाई गई है। हर पांच वार्ड पर एक नोडल अफसर पर नियुक्त किया, जो सफाई व्यवस्था के साथ पेयजल, फॉगिग, एंटी लार्वा, सैनिटाइजर के छिड़काव पर नजर रखेंगे। मलिन बस्तियों के साथ जलभराव वाले इलाकों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी जलकल विभाग के अधिकारियों को सौंपी गई है जिनसे कहा गया है कि जलभराव होते ही वहां पर तुरंत जल निकासी करवाई जाए। नियुक्त किए नोडल अधिकारी अपने वार्डों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संयुक्त नगर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेंगे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार और संयुक्त नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह को पर्यवेक्षक बनाया गया है। नगर आयुक्त अभिषेक आनंद का कहना है कि शहर की व्यवस्था को सुधारने के लिए टीम बनाकर जिम्मेदारी दी गई है।
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गंदगी देख नवनीत सहगल ने फटकारा-ऐसे रोकेंगे संचारी रोग
बरेली, जेएनएन: नोडल अधिकारी नवनीत सहगल का लखनऊ से बरेली आने का कार्यक्रम पहले ही तय था, लेकिन अधिकारियों को ये नहीं पता था कि वह रास्ते से ही किसी गांव का निरीक्षण शुरू कर देंगे। कार से जिले में प्रवेश के बाद वह अचानक फतेहगंज पूर्वी के हरेला ग्राम में पहुंच गए। आनन-फानन में पूरा प्रशासन हरेला गांव में इकट्ठा हो गया। नोडल अधिकारी गांव में कार से उतरे तो नालियों में गंदगी दिखाई दी। जगह-जगह घास उगी हुई थी। इस पर बोले, ऐसे करोगे संचारी रोगों का नियंत्रण। उन्होंने एडीओ पंचायत को फटकार लगाई। उन्होंने सामने स्वास्थ्य विभाग की टीम से ग्रामीणों का परीक्षण कराया। डोर-टू-डोर सर्वे कर रही एएनएम और आशा से कहा कि लोगों से सिर्फ बीमारी मत पूछो, उन्हें बचाव के बाबत जागरूक भी करें। इसके बाद उन्होंने फरीदपुर के गांव नवदिया अशोक के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। गांव में गंदगी देखकर नाराजगी जताई और सचिव पर कार्रवाई करने को कहा। कस्बे में स्टेशन रोड नाला भी देखा। गंदी होने के कारण अधिशासी अधिकारी को फटकारा और सफाई व्यवस्था से असंतुष्टि जताई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिथरी के भी हाल देखे। निरीक्षण के दौरान सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग, सीएमओ विनीत शुक्ला, एसडीएम फरीदपुर विशु राजा, फरीदपुर सीएचसी प्रभारी बासित अली आदि उपस्थित रहे।
दो दिन बाद दोबारा देखूंगा हालात
उन्होंने अधिकारियों को सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि दो दिन बाद दोबारा निरीक्षण करने आएंगे। वहीं, मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए फतेहगंज पूर्वी में नोडल अधिकारी ने ग्रामीणों को मच्छरदानी भी बांटी। सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग ने बताया कि गांवों में लोगों को मच्छरदानी बांटी जा रही है। नोडल अधिकारी ने मच्छरदानी बांटने का रोस्टर मांगा, जो संबंधित विभाग नहीं दिखा सका। नवनीत सहगल की तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही थी। निरीक्षण के दौरान हल्की खांसी आने पर उन्होंने दवा भी खाई।
बारिश ने बचा ली कई अफसरों की फटकार
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल जैसे ही हरेला ग्राम में पहुंचे, मौसम ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। उनके पहुंचने के पंद्रह मिनट बाद ही गांव में जोरदार बारिश शुरू हो गई। जिसके चलते वह कई विभागों की कार्यशैली को नहीं देख पाए। इस कारण कई विभागीय अफसरों की फटकार बच गई। नोडल अधिकारी दोबारा गांव में आने को बोल क्या गए, प्रशासन की टेंशन बड़ा गए। अब सभी को डर है कि आज तो बच गए अब जब दोबारा आएंगे तो क्या होगा?