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पति-पत्नी के विवाद में गई आठ माह के मासूम की जान, बेड और दीवार के बीच फंसा मासूम, निकला दम

Mishap in Bareilly सिर्फ आठ माह का था ही तो था वो। उसे मां का आंचल और पिता का दुलार चाहिए था। मासूम की आंखें उन दोनों में अपना हक तलाशती रहीं मगर अफसोस...। मां पिता उस बच्चे को भूलकर अपने टकराव में परिवार में बर्बाद करते चले गए।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 06:59 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 06:59 AM (IST)
Mishap in Bareilly : पति-पत्नी के विवाद में गई आठ माह के मासूम की जान

बरेली, जेएनएन। Murder in Bareilly : सिर्फ आठ माह का था ही तो था वो। उसे मां का आंचल और पिता का दुलार चाहिए था। मासूम की आंखें उन दोनों में अपना हक तलाशती रहती थीं, मगर अफसोस...। मां, पिता उस बच्चे को भूलकर अपने टकराव में परिवार में बर्बाद करते चले गए। इसी विवाद में शनिवार को मां उस मासूम को छोड़कर मायके चली गई, नशे में पिता बेसुध पड़ा रहा। रात को बच्चा बेड व दीवार के बीच संकरी जगह में गिरा और वहीं दम तोड़ गया।

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भुता के गांव मिर्जापुर निवासी चेतराम शर्मा उर्फ छोटू का पत्नी ईशा देवी से कई दिन से घरेलू विवाद चल रहा था। शनिवार को भी कहासुनी हुई तो ईशा अपने दोनों बच्चों को छोड़कर मायके रूपापुर चली गई। रात को चेतराम नशे में घर आया और सो गया। उसी बेड पर आठ माह का बेटा नितेश भी सो रहा था। रात में किसी समय वह बेड व दीवार के बीच खाली जगह में सिर के बल गिर गया। मासूम वहीं तड़पता रहा, चीखता चिल्लाता रहा मगर, नशे में चेतराम को कुछ पता नहीं चला।

रात करीब दो बजे को उठा तो देखा कि बेटा वहीं फंसा हुआ है। बेटे को बाहर निकाला, मगर तब उसकी सांसें थम चुकी थीं। चेतराम ने इसकी जानकारी ईशा को दी तो वह थाने पहुंची। कहा कि पति शराब, गांजा का नशा करता है। उसी ने बेटे को मार दिया। उनकी तहरीर पर पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया। पुलिस को आशंका है कि बेहद संकरी जगह में सिर के बल गिरे बच्चे की दम घुटने से मौत हुई। यदि चेतराम समय रहते देख लेता तो उसकी जान बच सकती थी।

गांव में बैठी थी पंचायत

पति, पत्नी के बीच विवाद होने पर रिश्तेदार मुनेंद्र ने बीते दिनों दोनों पक्षों के बीच पंचायत भी बैठाई थी। पिता चंद्रकिशोर के सामने ईशा ने कह दिया था कि पति के साथ नहीं रहना। चेतराम भी रिश्ता खत्म करने की बात पर अड़ा था। जिसके बाद तय हुआ कि चेतराम खर्च के लिए 60 हजार रुपये देगा, इसके बाद ईशा अपने मायके चली जाएगी। दोनों बच्चे पिता के पास ही रहेंगे, इस पर ईशा ने भी हामी भर दी थी। पंचायत के बाद चेतराम रुपये जुटा रहा था, इसलिए ईशा उसी घर में थी। हालांकि, तीन दिन पहले भी वह नाराज होकर मायके चली गई, मगर लौट आई थी।

चेतराम करते हैं मजदूरी, चार साल पहले हुई थी शादी

चार साल पहले रुपापुर की रहने वाली ईशा देवी से चेतराम की शादी हुई थी। चेतराम मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते थे। विवाह के बाद एक बेटी ने जन्म लिया जिसकी उम्र वर्तमान में तीन साल है। उसके बाद बेटे ने जन्म लिया। चेतराम तीन भाई थे। एक भाई की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है।

मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।- आरके मिश्र, सीओ, फरीदपुर


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