कोविड काल में निभाया अपना फर्ज, अब सरकार दे रही इनाम
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासियों को उनके घरों तक रोडवेज बसों से पहुंचाया गया था। इस कार्य में रोडवेज के नियमित व संविदा कर्मियों को लगाया गया था। बरेली परिक्षेत्र से इसके लिए 600 बसों को लगाया गया था।
बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासियों को उनके घरों तक रोडवेज बसों से पहुंचाया गया था। इस कार्य में रोडवेज के नियमित व संविदा कर्मियों को लगाया गया था। बरेली परिक्षेत्र से इसके लिए 600 बसों को लगाया गया था। जबकि कई चालकों ने कई चक्कर लगाए थे। रोडवेज प्रबंध निदेशक धीरज साहू ने इस दौरान कार्य करने वाले चालक-परिचालकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने के आदेश दिए हैं। जिसके लिए मुख्यालय से 43 लाख 51 हजार 500 रुपये का भुगतान किया गया है। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी करने वाले हर कर्मचारी को प्रतिदिन के तीन सौ रुपये का भुगतान प्रोत्साहन राशि के रुप में दिया जाना है। यह प्रोत्साहन भत्ता अप्रैल से अक्टूबर माह के बीच का है।
आ गया पूरा भुगतान
बरेली परिक्षेत्र के प्रभारी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वित्त शैलेंद्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को घरों तक पहुंचाने के लिए चलाई गई रोडवेज बसों का कुल 43 लाख 51 हजार पांच सौ रुपये का बजट बनाकर भेजा गया था। जिसके सापेक्ष कुल 10 लाख 68 हजार रुपये पूर्व में जबकि गुरुवार को 32 लाख 83 हजार पांच सौ रुपये मुख्यालय से एनईएफटी किया गया है। इसमें बरेली डिपो का 12 लाख 14 हजार चार सौ रुपये है। जबकि रुहेलखंड डिपो का 12 लाख 17 हजार चार सौ रुपये, बदायूं डिपो का 11 लाख 19 हजार तीन सौ रुपये है। इसी प्रकार पीलीभीत डिपो का आठ लाख चार सौ रुपये है।
क्या कहते हैं अधिकारी
रूहेलखंड डिपो के एआरएम भुवनेश्वर कुमार का कहना है कि मुख्यालय से रीजन को भुगतान कर दिया गया है। जिसे जल्द ही लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को घरों तक पहुंचाने वाले चालक-परिचालकों को तीन सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जल्द वितरण किया जाएगा।