कोरोना काल में कंपनियां पीएफ खातों में नहीं जमा करा रहीं अपना अंशदान, भविष्य निधि कार्यालय ने बरेली की दो फर्म की काटी आरसी
कोविड काल में कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय ने बरेली की दो निजी फर्म के खिलाफ 72 लाख रुपये की आरसी काटकर बैंक खातों काे अटैच किया है। दोनों निजी फर्म ने अंशदान जमा नहीं कराया। कार्यालय के दबाव के कुछ महीने बाद अंशदान कर्मचारियों के खातों में डिपॉजिट किया।
बरेली, जेएनएन। कोविड काल में कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय ने बरेली की दो निजी फर्म के खिलाफ 72 लाख रुपये की आरसी काटकर बैंक खातों काे अटैच किया है। दोनों निजी फर्म ने कर्मचारियाें के खातों में अंशदान को जमा नहीं कराया। कार्यालय के दबाव के कुछ महीने बाद अंशदान कर्मचारियों के खातों में डिपॉजिट किया। लेकिन गड़बड़ी को देखते हुए कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय ने पैनाल्टी आकलन करने के बाद नोटिस जारी किया। कंपनियों ने नोटिस को नजरअंदाज करते हुए पैनाल्टी जमा नहीं कराई। सख्त रूख अख्तियार करते हुए कार्यालय ने दोनों फर्म के बैंक खाते अटैच करके आरसी जारी कर दी है। पीएफ कार्यालय की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय के मुुताबिक कैनविज कम्यूनिकेशन ने कर्मचारियों के खातों में अंशदान जमा नहीं कराए। कार्यालय के दबाव बनाए जाने के बाद उन्होंने कर्मचारियों के खातों में रुपये डिपॉजिट करवाए। लेकिन लेटलतीफी की वजह से पीएफ कार्यालय ने 43 लाख रुपये पैनाल्टी लगाई। फर्म के सिविल लाइंस स्थित व्यास बैंक में खुले खाते को अटैच कर दिया है। उनके खिलाफ वारंट इश्यू करवाया जा रहा है।इसी प्रकार, मैसर्स आदर्श इंटरप्राइजेज बरेली में हेरफेर पकड़ी गई। कर्मचारियों के वेतन से अंशदान काटे गए, लेकिन उनके खातों में नहीं जमा कराए गए।
कर्मचारियों के खातों में अंशदान नहीं पहुंचने से कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय ने नोटिस जारी किया। कर्मचारियों के हित काे देखते हुए पीएफ कार्यालय ने 28 लाख रुपये की पैनाल्टी लगा दी। उनके पीलीभीत रोड स्थित अर्बन कोपरेटिव बैंक के खातों को अटैच किया गया है।भविष्य निधि कार्यालय के असिस्टेंट कमिश्नर ने बताया कि निजी फर्म ने पैनाल्टी जमा नहीं कराई। अब उनके संचालकों की गिरफ्तारी के वारंट का प्रयास किया जा रहा है। हमारा कार्यालय कुर्की तक करवा सकता है।